ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में शनि को क्रूर ग्रह कहा जाता है. सूर्य पुत्र शनि न्याय प्रिय और कर्म फलदाता हैं. शनि प्रकृति (Shani Prakriti) को संतुलित करने का प्रयास करते हैं. कलियुग में शनि पूजा का बहुत महत्व है. अगर किसी जातक की कुंडली में शनि की साढ़े साती या ढैया (Shani’s seven and a half or dhaiya) चल रही है तो उसके जीवन में कई प्रकार की परेशानियां आती हैं. शास्त्रों में शनि के बुरे प्रभावों से बचने के लिए कई उपाय बताए गए हैं. शनिवार के दिन किए गए कुछ टोटकों से शनि दोष (Shani Dosha) से मुक्ति मिलती है और उनकी कृपा प्राप्त होती है. जानते हैं इसके बारे में.
शनिवार के टोटके
शनिवार रात को अनार की कलम से रक्त चन्दन से किसी भोजपत्र पर ‘ॐ ह्वीं’ मंत्र को लिखें और इसकी नित्य पूजा करें. इससे अपार विद्या, बुद्धि की प्राप्ति होती है.
शनिवार को किसी काले कुत्ते, काली गाय को रोटी और काली चिड़िया को दाना खिलाएं. इससे शनि ग्रह की क्रूर दृष्टि दूर होती है और बिगड़े काम बनते हैं.
शनिवार को चीटियों को आटा या मछलियों को दाना खिलाने से नौकरी में तरक्की मिलती है.
शनिवार के दिन शनि ग्रह से संबंधित वस्तुएं जैसे साबुत उड़द, लोहा, तेल, तिल के बीज, काले कपड़े का दान करना चाहिए. इससे शनि का दुष्प्रभाव कम होता है.
काले घोड़े की नाल या फिर नाव की कील से बनी अंगूठी को अपनी मध्यमा उंगली में शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय धारण करें. यह उपाय शनि के प्रकोप से बचाता है.
शनिवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें. इसके बाद उसकी सात बार परिक्रमा करें और सूर्यास्त के बाद पीपल के वृक्ष पर दीपक प्रज्ज्वलित करें. इससे आपको शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होगा और शनि दोष से मुक्ति मिलेगी.
आज के दिन काले रंग के वस्त्रों का प्रयोग करना चाहिए. कमजोर लोगों और बुजुर्गों के सम्मान से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं. कर्मचारियों को खुश रखने से भी शनि देव की कृपा मिलती है.
शनिवार के दिन शराब और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन नमक, लकड़ी, रबर, लोहा, काले कपड़े, काली उड़द, चक्की, स्याही, झाड़ू, कैंची जैसी चीजें नहीं खरीदनी चाहिए.
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