बिहार विधानसभा में विश्वासमत पर वोटिंग से पहले सीएम नीतीश कुमार ने सदन को संबोधित किया. उन्होंने सत्ता परिवर्तन पर कहा हमें इसपर कुछ नहीं कहना है. हमें सत्ता परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया. तब सात पार्टियों के कहने पर हमने यह निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि हम पीएम नहीं बनना चाहते हैं. हम बिहार के लिए काम करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमने जिस आदमी को अपनी पार्टी में आगे बढ़ाया, उसे बीजेपी ने आगे करके हमारी पार्टी को तोड़ने की कोशिश. बीजेपी हमारे खिलाफ लगातार साजिश कर रही थी इसके बाद भी हम उनके साथ काम करते रहे.
सीएम नीतीश ने कहा कि 2020 के चुनाव में बीजेपी को ज्यादा सीट आयी थी. हमने कहा कि सीएम नहीं बने मगर मुझे जबरदस्ती सीएम बनाया गया
‘काम नहीं सिर्फ प्रचार हो रहा है’
नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आज कुछ काम नहीं हो रहा है. सिर्फ प्रचार प्रसार हो रहा है. उन्होंने कहा बीजेपी अब पहले वाली बीजेपी नहीं रही. पहले यहां गठबंधन के साथियों का सम्मान होता था.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सात निश्चय और पटना विश्वविद्यालय को लेकर हमारी बात केंद्र ने नहीं मानी. सवाल करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में हो रहे विकास में केंद्र का काम कैसे? सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमें सरकार बदलने के बाद सभी लोगों ने फोन कर कहा कि आपने ठीक निर्णय लिया. तब हमने कहा कि सबमिल काम करेंगे और इनको मजबूत टक्कर देगे
वहीं स्पीकर विजय कुमार सिन्हा पर नीतीश कुमार ने कहा- सुशील मोदी को कहने के बाद भी नहीं बनाया डिप्टी सीएम, हम समर्थन नहीं देते तो विजय सिन्हा अध्यक्ष कैसे चुने जाते, आज सात पार्टियों का एक साथ समर्थन मिला है.
‘राष्ट्रपति चुनाव में भी बीजेपी का दिया साथ’
हमलोगों ने बीजेपी का हमेशा साथ दिया राष्ट्रपति चुनाव में भी हमने उनका साथ दिया लेकिन उन्होंने हमारी पार्टी के खिलाफ साजिश कर रहे हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग एकबार फिर साथ आए हैं. और फिर एक साथ बिहार के विकास के लिए काम करेंगे. वहीं बीजेपी के सदन से वाकआउट करने पर कहा कि ये लोग सच्चाई सुनने से डरते हैं. इन्हें दिल्ली से कहा गया होगा इसलिए चले गए.