विकास दुबे (Vikas dubey) के मारे जाने के बाद यूपी पुलिस (UP Police) ने पूरे प्रदेश में ऑपरेशन क्लीन की मुहिम छेड़ दी है। इस मुहिम के तहत उन सभी अपराधियों की धड़पकड़ तेज हो गई है, जो अपने बंदूक की नोक पर और दादागिरी के दम पर फिरोती, छिनौती और गुंडागर्दी का शौक पालते हैं। अब इसी बीच खबर है कि प्रदेश के सबसे खूंखार बदमाशों की फेहरिस्त में शुमार रहा मनोज उर्फ नाटे पुलिस की गोलियों का शिकार हो चुका है। फिलहाल उसे अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। जहां पर वो उपचाराधीन बना हुआ है। शातिर अपराधी रहा मनोज उर्फ नाटे अपने गिरोह के साथ बस्ती में पुलिस मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोलियों का शिकार हो गया था।
इस मुठभेड़ के दौरान पुलिस का एक सिपाही भी घायल हुआ है। उधर, पुलिस मनोज सहित उसके गैंग के साथी को गिरफ्तार करने में कामयाब हुई है। मनोज और पुलिस के बीच यह मुठभेड़ बस्ती में सुबह 5:15 पर हुई थी। पुलिस के मुताबिक इ्स मुठभेड़ के दौरान एसओजी अजय यादव भी घायल हुए हैं। अजय यादव की फायरिंग करने के बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें मनोज के पैर में गोली लग गई। फिलहाल पुलिस ने उसे अभिरक्षा अस्पताल में भर्ती करवाया है। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से दो बाइक, 32.5 हजार रुपये और दो तमंचा बरामद किए हैं।
इस मुठभेड़ के बारे में अतरिक्त जानकारी देते हुए एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि गोंडा जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के मूड़ाडीहा निवासी मनोज और नाटे, उसी थाने के बल्दोपुरवा निवासी हरिश्चंद्र, आकाश और गोंडा जिले के मनकापुर निवासी विनय कुमार छावनी थाने के वांछित बदमाश हैं। यह गैंग बैंक के आसपास चोरी और नकदी छीनने जैसे कार्यों में संलिप्त रहा करता था। लिहाजा इनको गिरफ्त में लेने के लिए एसओजी प्रभारी सर्वेश राय की टीम को लगाया गया था। वहीं आज शुक्रवार सुबह यह सूचना मिली थी कि दो बाइक सवार बदमाश छावनी के पास है, जिसके बाद फौरन सूचना मिलते ही पुलिस के साथ एसओजी ने घेराबंदी शुरू कर दी। फिर देखते ही पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें एसओजी के सिपाही अजय यादव घायल हुए तो वहीं जवाबी फायरिंगं में मनोज को गोली लगी है।