अक्सर लोग बारिश के मौसम में वजन बढ़ने की शिकायत करते हैं, लेकिन उन्हें इसका कारण समझ नहीं आता, लेकिन इसका सीधा सा कारण है मानसून में बदलाव। बरसात के दिनों में ठंड के मौसम में हम तेल-मसाले और तली-भुनी चीजें ज्यादा खाने लगते हैं, जिससे हमारा वजन तेजी से बढ़ता है। मानसून के कारण वजन बढ़ने से रोकने के लिए हमें अतिरिक्त देखभाल की जरूरत है।
वजन को नियंत्रित करने के लिए हमें मानसून में सुबह चाय की जगह ग्रीन टी या लेमन टी लेने की आदत डालनी चाहिए। हालांकि, इससे आप लो कैलोरी कुकीज ले सकते हैं।
नाश्ते में लो फैट दूध का सेवन करें। साथ में अंकुरित अनाज भी ले लें। लेकिन इन अंकुरित अनाज को एक बार भाप में लेना न भूलें।
बरसात के मौसम में मौसमी सब्जियां खाएं। मौसमी सब्जियां खूब खाएं, लेकिन कम तेल में अच्छे से पकाकर ही खाएं।
हल्का भोजन करें। रात के खाने में वेज सूप, मूंग दाल, मिक्स वेज शामिल करें।
चावल की जगह ब्राउन राइस या ओट्स खाएं।
बारिश में इस बात का खास ख्याल रखें कि रात का खाना बहुत देर से हो। रात का खाना जितना लेट होगा, पेट खराब होने की समस्या उतनी ही बढ़ जाएगी। इसके साथ ही रात के खाने में भारी भोजन न करें।
रोज सुबह एक लहसुन की कली खाने की आदत डालें। लहसुन को गुनगुने पानी के साथ खाने से वजन नहीं बढ़ता है।
सुबह खाली पेट भीगे हुए बादाम खाने से भी फायदा होता है। भीगे हुए बादाम चर्बी नहीं बढ़ाते और सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं।
हो सके तो फलों में सेब का सेवन करें। सेब मानसून में भूख कम करने का सबसे अच्छा उपाय है। इसमें मौजूद पोटैशियम लंबे समय तक भूख को कंट्रोल में रखता है।
जब भी आपका फास्ट फूड खाने का मन हो तो एक केला जरूर खाएं। केले में मौजूद तत्व फास्ट फूड की लालसा को खत्म करते हैं।