अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर आज बुधवार को होने वाले भूमिपूजन में देशभर से कुछ न कुछ सहयोग लिया जा रहा है और हर जगह से सामग्री एकत्र की गई है. भूमिपूजन के बाद प्रसाद वितरण के लिए खास तौर पर बनाए गए 1.25 लाख लड्डू में केसर कश्मीर से, इलाइची, काजू और किशमिश केरल से जबकि कर्नाटक से आए घी का इस्तेमाल किया गया है.
भूमिपूजन के आयोजन के बाद खास तौर से तैयार किए गए लड्डू को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा. यह प्रसाद विशेष और अपनी तरह का अनूठा होगा.
100 लोग बना रहे लड्डू
इन खास लड्डू बनाने का काम कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले 100 लोगों की एक टीम को सौंपा गया है जिसके लिए यह कार्य चुनौतीपूर्ण है. भूमिपूजन समारोह से 24 घंटे पहले, उन्होंने 51 हजार लड्डू बनाए और अब उनका लक्ष्य अगले 24 घंटे में 1 लाख और लड्डू बनाने का है.
भूमिपूजन के लिए अयोध्या शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है, और इसके भव्य आयोजन को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिसमें आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. हर जगह की तरह इस समारोह के बाद प्रसाद के रूप में परोसे जाने वाले लड्डुओं की गुणवत्ता पर भी विशेष जोर दिया गया है.
हनुमान गढ़ी मंदिर से बमुश्किल से 2 किलोमीटर दूर अमावा मंदिर में 100 लोगों की एक टीम को मुश्किल काम दिया गया है. 100 ग्राम का एक लड्डू (प्रत्येक लड्डू का वजन) बनाने की प्रक्रिया कम से कम आधा घंटे तक चलती है. यहां पर लड्डू बनाए जा रहे हैं और फिर इन्हें प्लास्टिक शीट पर सुखाया जा रहा है.
लड्डू तैयार करने के लिए बेसन, चीनी, ड्राई फ्रूट्स और घी को मिलाया जाता है. फिर उसके बाद गर्म कड़ाही में खौलते घी में इसे डाला जाता है, उसमें बेसन भी मिलाया जाता है. एक बार बेसन और घी को जब ठीक से मिला लिया जाता है तो उसमें सूखे मेवे को भी मिलाया जाता है
इस मिश्रण के ठंडा होने पर लड्डू बनाने के एक्सपर्ट लोग इसे छोटे और गोल आकार में बनाते हैं. फिर इन लड्डुओं को पूरी तरह से सूखने के लिए प्लास्टिक शीट पर रखा जाता है. लड्डू सूख जाने के बाद, उन्हें भूमिपूजन के बाद प्रसाद के रूप में परोसे जाने के लिए 2 और 4 के बक्से में पैक किया जाएगा.