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यमुना एक्सप्रेस वे के समानांतर दौड़ेगी बुलेट ट्रेन, चार घंटे में ऐसे पहुंच जाएंगे दिल्ली से वाराणसी

उत्तर प्रदेश में नोएडा-ग्रेनो से गुजरने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना में अब गति आती जा रही हैं। दिल्ली से वाराणसी के बीच चलने वाली इस बुलेट ट्रेन के लिए एलिवेटेड ट्रैक यमुना एक्सप्रेस-वे के समानांतर बिछाया जाएगा। इसकी सैद्धांतिक सहमति बुधवार को नियाल और रेलवे अधिकारियों के बीच हुई बैठक में बनी। एक लाख 21 हजार करोड़ रुपये की बुलेट ट्रेन परियोजना का काम तीन चरणों में पूरा होगा। दिल्ली और नोएडा एयरपोर्ट के बीच पहले चरण के तहत काम अगस्त अंत से प्रारंभ होने की उम्मीद है। परियोजना के लिए यमुना अथॉरिटी मुफ्त में जमीन देगी। नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट के लिए शेयर होल्डिंग एग्रीमेंट और लीज लीड फाइनल होने के बाद नींव रखने की तारीख तय अभी होना है।

इस रास्ते गुजरेगी बुलेट ट्रेन
नोएडा इंटनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए ड्राफ्ट रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है। दिल्ली से वाराणसी के बीच 816 किमी रूट पर चलने वाली बुलेट ट्रेन का उपयोग की रणनति बनायी जा रही है। दिल्ली के सराय काले खां, नोएडा सेक्टर-148 के बाद नोएडा एयरपोर्ट आने के बाद बुलेट ट्रेन मथुरा, आगरा, इटावा, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज होते हुए वाराणसी पहुंचेगी।

पहला चरण 2024-25 तक जमीन पर
यीडा के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि बुलेट ट्रेन के लिए यमुना एक्सप्रेस के सामांतर एलिवेटेड ट्रैक बिछाने के लिए यमुना प्राधिकरण ने अपनी सहमति दे दी है। दिल्ली से निकलकर गौतमबुद्ध नगर, मथुरा और आगरा से गुजर रहे यमुना एक्सप्रेसवे के सामांतर ही बुलेट ट्रेन एलिवेटेड ट्रैक पर चलेगी। एलिवेटेट ट्रैक बिछाने के लिए अगस्त से काम प्रारंभ होने की उम्मीद जताई गई है। बुलेट ट्रेन का पहला चरण 2024-25 तक पूरा होगा। दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट से सफर करने वाले दिल्ली, नोएडा व आसपास के यात्रियों को बुलेट ट्रेन की सौगात 2024 तक दे लक्ष्य रखा गया है। दिल्ली के सरायकाले खां से नोएडा एयरपोर्ट के बीच बुलेट ट्रेन के दो ठहराव ही बनाने के साथ जापान की सिंकनसेन ई 5 सीरीज की बुलेट ट्रेन दौड़ाने पर चर्चा हुई। सरायकाले खां से नोएडा सेक्टर-148 होते हुए एयरपोर्ट तक 62.5 की दूरी 21 मिनट में यह बुलेट ट्रेन तय कर लेगी।

1250 यात्रियों की होगी क्षमता
बुलेट ट्रेन में 800 पैसेंजर एक साथ सफर कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि बुलेट ट्रेन की क्षमता 800 से बढ़ाकर 1250 यात्रियों तक कर सकते हैं। बुलेट ट्रेन की पटरी बिछाने के लिए दिल्ली के सरायकाले खां से नोएडा एयरपोर्ट तक एलिविटेड ट्रैक बिछाने पर भी सहमति बनी है। यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी गौतमबुद्ध नगर, मथुरा और आगरा जिले में बुलेट ट्रेन के एलिवेटेड ट्रैक के लिए मुफ्त में जमीन देगी। नोएडा एयरपोर्ट पर आने वाले दुनियाभर के यात्रियों को देश की राजधानी दिल्ली के साथ प्रदेश के प्रमुख तीन तीर्थस्थलों पर आने जाने की सुविधा देने के लिए यह फैसला किया है। मथुरा, आगरा और प्रयागराज के साथ वाराणसी को जोड़ा जाएगा।

ऐसा है प्रोजेक्ट
पहला चरण दिल्ली से आगरा तक- 195 किमी
लक्ष्य 2024-25
दूसरा चरण आगरा से लखनऊ तक- 316 किमी
लक्ष्य 2026-27
तीसरा चरण लखनऊ से वाराणसी- 305 किमी
लक्ष्य 2027-29