मौजूदा हालात में देश के कई राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है। नदियां उफान पर है तो आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। मगर इस बीच मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश के आसार जताए हैं। इस बीच आईएमडी ने ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की संभावना को मद्देनजर रखते हुए रेड अलर्ट भी जारी किया है। विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी और इसके आस पास के क्षेत्र में कम दबाव की स्थिति बनी रहेगी, जो अगले चार पांच दिनों तक उत्तर-पश्चिमी तक बनी रहेगी। इन्हीं सब स्थितियों को मद्देनजर रखते हुए ओडिशा, गंगा नदी के आसपास पश्चिम बंगाल के इलाकों और झारखंड में 28 अगस्त तक जबकि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान में 26 से 28 अगस्त के बीच भारी से बहुत भारी स्तर की बारिश होने का अनुमान है।मौसम विभाग के मुताबिक, ओडिशा में 25 और 26 अगस्त को और छत्तीसगढ़ में 27 अगस्त को भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।
राजस्थान में जारी है बारिश का दौर
यहां पर हम आपको बताते चले कि एक तरफ जहां मौसम विभाग ने देश के कई हिस्सों में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है तो वहीं दूसरी तरफ मौजूदा दौर में देश के कई ऐसे इलाके हैं, जहां पर भारी बारिश से स्थिति बेहाल हो चुकी है। बात अगर राजस्थान की करें तो यहां पर कई इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को भी अनेक हिस्सों में अच्छी खासी बारिश देखने को मिली है। सबसे अधिक बारिश सिरोही, जालोर, बाड़मेर और पाली जिले में हुई. जालोर के सायला में 153.0 मिमी बारिश हुई। इसके इतर माउंट आबू में 11 सेंटीमीटर, अजमेर के टाटगढ़ में पांच सेंटीमीटर, राजसमंद के भीम में चार सेंटीमीटर, भीलवाड़ा के मंडल में तीन सेंटीमीटर, बाड़मेर के पचपदरा में नौ और छोटन में आठ सेंटीमीटर, पाली के सोजत में सात सेंटीमीटर बारिश हुई।
ओडिशा में भारी बारिश का सिलसिला
मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में कम दबाव की संभावना व्यक्त की है। मौजूदा दौर में ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। जिसके चलते वहां पर आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश देखने को मिली है। वहीं, अगले तीन दिनों तक भारी बारिश के चलते प्रदेश में तटीय क्षेत्रों में 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है। इस महीने बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हिस्सों में दबाव बना रहा है। बता दें कि इससे पहले 4, 9, 13 और 19 अगस्त को भी कम दबाव का क्षेत्र बना था, जिसके चलते प्रदेश में बीते दिनों भारी बारिश देखने को मिली थी। बताते चले कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के चलते बालासोर, भद्रक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, कटक, खुर्दा, कटक और ढेंकनाल में कम बारिश देखने को मिली है। कटक में भी भारी बारिश के देखने को मिली है।
दिल्ली में हल्की बारिश का दौर रहेगा जारी
इसके साथ ही राजधानी दिल्ली में भी हल्की बारीश की संभावना व्यक्त की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तापमान होने की संभावना व्यक्त की गई। विभाग ने शनिवार और रविवार को भी भारी बारिश की संभावना जताई है। आईएमडी के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि मॉनसून की अक्षरेखा उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और मंगलवार शाम से शुक्रवार तक दिल्ली-एनसीआर के करीब बनी रहेगी। अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं और बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाओं का उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर मिलन हो सकता है, जिसके चलते पश्चिमी भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।