कोरोना की दूसरी लहर के बीच वैक्सीनेशन की धीमी गति को लेकर सवाल उठ रहे हैं। शुक्रवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कोरोना की दूसरी लहर के लिए सीधे तौर पर पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया। राहुल के हमले के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल पर पलटवार करते हुए कहा है कि लोग उनकी नौटंकी को पहले ही नकार चुके हैं। जब हमारे वैज्ञानिकों ने कोवैक्सीन तैयार की, तब विपक्ष ने उसके बारे में अफवाह फैलानी शुरू की और उसे ‘मोदी वैक्सीनÓ कहा। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष ने लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर संशय पैदा किया।
वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार के मसले पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय पहले ही इस साल दिसंबर तक वैक्सीनेशन का रोडमैप सामने रख चुका है, जिसके तहत हम साल के अंत तक 216 करोड़ वैक्सीन की डोज़ ले पाएंगे। प्रकाश जावड़ेकर ने जवाब दिया कि हमारा वैक्सीनेशन अभियान साल के अंत तक पूरा हो जाएगा, भारत इस वक्त वैक्सीनेशन के मामले में दुनिया में नंबर दो है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को अपने राज्यों से पूछना चाहिए कि वो वैक्सीन को क्यों नहीं खरीद रहे हैं।
राहुल गांधी ने केंद्र पर लगाए हैं गंभीर आरोप :
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की नीति पर सवाल खड़े किए। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजतक कोरोना को समझ नहीं पाए हैं, इस महामारी को जितना वक्त दिया जाएगा ये उतना ही फैलती जाएगी। राहुल गांधी ने कहा कि वैक्सीन ही कोरोना को रोक सकती है, ऐसे में वैक्सीन की नीति में बदलाव की जरूरत है। राहुल ने कहा कि अमेरिका, ब्राजील जैसे देश वैक्सीनेशन के मामले में हमसे आगे हैं। राहुल बोले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नौटंकी ही कोरोना की दूसरी लहर का कारण बनी है।
राहुल गांधी ने कहा- केंद्र सरकार को कोविड-19 अब तक समझ नहीं आया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोविड-19 प्रबंधन केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार को हमनें और कई लोगों ने चेतावनी दी लेकिन तब उन्होंने हमारा मजाक उड़ाया था। राहुल गांधी ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार को कोविड-19 आज तक समझ नहीं आया है। उन्होंने कहा, कोरोना सिर्फ एक बीमारी नहीं है, बल्कि वह लगातार बदलती हुई बीमारी है। आप इसे जितनी जगह देंगे, यह उतना खतरनाक बनता जाएगा।
मैंने पिछले साल फरवरी में सरकार को कहा था कि इसे रोकने के लिए उपाय कीजिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने अब तक सिर्फ 3 फीसदी आबादी को पूरी तरह वैक्सीनेट किया है। जबकि अमेरिका ने आधी आबादी को वैक्सीन लगा दी है। ब्राजील में 8-10 फीसदी लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। उन्होंने कहा, “ये जो दूसरी लहर है, ये प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी है। पीएम ने जिम्मेदारी नहीं निभाई, इसलिए ये स्थिति पैदा हुई। आपके काम करने के तरीके से लाखों लोग मरे हैं। जो हमारी मृत्यु दर है, वो झूठ है। ये झूठ फैलाने का समय नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को ये समझना चाहिए कि विपक्ष उनका दुश्मन नहीं है। विपक्ष उन्हें रास्ता दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन एक अस्थाई समाधान है। गांधी ने कहा, “अगर इस रफ्तार से वैक्सीनेशन होता रहा है, तो कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी। और वो इससे ज्यादा खतरनाक होगी। सरकार को अपनी वैक्सीनेशन रणनीति बदलने की जरूरत है।”
कमलनाथ के बयान पर बोले शिवराज सिंह
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ एक बार विवादों में आ गए हैं। कमलनाथ ने आज शुक्रवार को कहा कि आज भारत महान नहीं बल्कि बदनाम देश है। सब देशों ने रोक लगाई है कि भारत के लोग नहीं आ सकते। भारतीय जनता पार्टी ने इस बयान पर कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत महान नहीं बल्कि बदनाम देश है। सब देशों ने रोक लगाई है कि भारत के लोग नहीं आ सकते। पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है। अमेरिका में लोग इंडियन टैक्सी में बैठना भी पसंद नहीं करते हैं। कमलनाथ के इस बयान के बाद राज्य में राजनीति गरमा गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि सोनिया गांधी को जवाब देना चाहिए। क्या आप कमलनाथ के बयान से सहमत हो? सत्ता जाने के बाद लगता है कमलनाथ ने मानसिक संतुलन खो दिया है। उन्होंने आगे कहा कि कमलनाथ ने इसी धरती पर जन्म लिया और कह रहे हैं कि भारत बदनाम है। पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी क्या वे ऐसी कांग्रेस चाहते थे। छत्तीसगढ़ के बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कमलनाथ के बयान पर कहा कि राहुल गांधी हों या कमलनाथ हों वे भारत में पैदा हुए हैं और इसी देश को बदनाम कर रहे हैं। जिस देश को वे बदनाम कर रहे हैं क्या वे इसे छोड़कर रहने के लिए दूसरे देश में जाएंगे?