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‘मैं पंजाब बोलदा हां’: SYL समेत 5 मुद्दों पर खुलकर बोले CM भगवंत मान, विरोधी नेताओं की कुर्सियां रही खाली

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की ओर से सतलुज यमुना लिक नहर (एसवाईएल) सहित पंजाब के अन्य ज्वलंत मद्दों पर आहूत खुली बहस ‘मैं पंजाब बोलदा हां’ में शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के नेता शामिल नहीं हुए।

एसवाईएल मुद्दे पर पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार की ओर से उच्चतम न्यायालय में दिए शपथ पत्र के पश्चात गर्माये इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के मुद्दों को लेकर विपक्षी पार्टियों को महा बहस की चुनौती दी थी। लुधियाना के पंजाब कृषि विश्वविद्यालय स्थित डॉ मनमोहन सिंह ऑडीटोरियम हाल में आयोजित इस खुली बहस में पंजाब की तीनों बड़ी पार्टियां शामिल नहीं हुई। सीएम मान ने SYL, ट्रांसपोर्ट, पंजाब पर कर्जा, रोजगार व इंडस्ट्री निवेश पांच मुद्दों पर विपक्षी दलों को घेरा।

सीएम भगवंत मान ने कहा कि अब जब सभी विरोधियों को खुलकर बोलने का खुला निमंत्रण दिया गया है तो उन्होंने आने से इनकार कर दिया है। यह पहली बार है कि राज्य की तीनों सत्ताधारी पार्टियां कांग्रेस, बीजेपी और अकाली दल पहली बार पंजाब से बाहर हैं। उन्होंने सीधे शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे कहते हैं कि हमने अपना पत्ता नहीं खोला है। सीएम ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि कौन सा शहर किस जिले में आता है। वे इस बहस में क्या हिस्सा लेंगे? उन्होंने कहा कि अपनी गलतियों को छुपाने के लिए वह बहस में हिस्सा लेने से बच रहे हैं।

राज्य में 55000 करोड़ की परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने राज्य में नए निवेश की जानकारी देते हुए कहा कि इन्वेस्ट पंजाब कार्यक्रम के बाद राज्य में 55000 करोड़ का निवेश आया है, जिसमें टाटा, महिंद्रा, जेएसडब्ल्यू, स्टील कोटिंग जैसे बड़े औद्योगिक समूहों ने पंजाब में निवेश किया है। इसके अलावा पशु आहार बनाने वाली डच कंपनी टच ने भी पंजाब में भारी निवेश किया है। उन्होंने दावा किया है कि इन परियोजनाओं से राज्य के करीब 2,98,000 युवा लड़के-लड़कियों को रोजगार मिल रहा है। इसके अलावा एसएसई व्यवसायों के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल रहा है। सीएम मान ने विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले ये सभी एमओयू एक ही परिवार के पास थे, लेकिन अब ये समझौते पंजाब के साथ हैं।

शिक्षा के मुद्दे पर सीएम ने रखे सबूत
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़े काम किये गये हैं। स्कूल ऑफ एमिनेंस के बच्चे शानदार विचार लेकर आ रहे हैं। इनके सामने बड़े से बड़े वैज्ञानिक फेल हैं। शिक्षा के क्षेत्र में यह पहली बार है कि छात्रों को पहली बार इसरो भेजा गया, जहां उन्होंने चंद्रयान का लाइव लॉन्च देखा। पहली बार स्कूल प्रिंसिपलों को प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर और प्रशिक्षण के लिए आईआईटी अहमदाबाद भेजा गया। सरकारी स्कूलों में ट्रांसपोर्ट शुरू करने का काम भी पहली बार किया गया है। छात्र अब कनाडा और अमेरिका जाने का प्रोग्राम रद्द कर रहे हैं।

शहीद जवानों को दिया गया सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारें शहीद सैनिकों की विधवाओं को सिलाई मशीन देकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर लेती थीं। लेकिन हमारी सरकार अब शहीदों के परिजनों को एक करोड़ का चेक देकर उनके दुख में शामिल हो रही है। उनकी सरकार सैनिकों के साथ-साथ पुलिस शहीदों को भी समान सम्मान दे रही है ताकि वे अपने बच्चों को बेहतर भविष्य दे सकें।

सड़क सुरक्षा के लिए उठाए गए बड़े कदम
CM मान ने कहा कि उन्होंने लोकसभा से आंकड़े लिए हैं, जिसके मुताबिक पंजाब में हर साल सड़क हादसों में करीब 5200 लोगों की मौत हो जाती है, जबकि घायलों की संख्या का पता नहीं है। इन आंकड़ों को देखते हुए उनकी सरकार अब सड़क सुरक्षा बल बना रही है। हाईवे पर थोड़ी दूरी पर इस फोर्स की गाड़ी उपलब्ध रहेगी, जो 10-15 मिनट में घायल तक पहुंच जाएगी। अगर इस फैसले से हम एक साल में 2600 लोगों की भी जान बचा सकें तो ये हमारे लिए बड़ी बात होगी।

बिजली मुफ़्त, कोई बिजली बोर्ड का कर्ज़ नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने न केवल गर्मी के दौरान लंबी अवधि की कटौती से राहत दी है, बल्कि मुफ्त बिजली भी उपलब्ध करायी है। इसके बाद भी उन पर बिजली बोर्ड का कर्ज भी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुफ्त बिजली से लोगों का पैसा बच रहा है।

दी सरकारी नौकरियां, भ्रष्टाचार पर कसी लगाम
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने न सिर्फ अब तक 36,000 से ज्यादा सरकारी नौकरियां दी हैं, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी पूरी तरह से लगाम लगाई है। उन्होंने एक रिश्वतखोर तहसीलदार का उदाहरण दिया और बताया कि कैसे उन्होंने रिश्वत लेने के गुप्त तरीके खोजकर रिश्वतखोरों को पकड़ने का काम किया।

खेल के मुद्दे पर बोलते हुए सीएम मान ने कहा कि विपक्षी पार्टियां उनसे खिलाड़ियों का मानदेय बढ़ाने की मांग कर रही हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि पहले खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक जीतने लायक बनाना होगा। इसीलिए उनकी सरकार ने खिलाड़ियों को खेलों की तैयारी के लिए 10 लाख रुपये देने का फैसला किया। उनका फैसला रंग भी लाया है। राज्य के इतिहास में यह पहली बार है कि एशियाई खेलों में 19 पदक आये हैं। हॉकी में पहली बार गोल्ड मेडल आया। जिसके बाद हमने पंजाब के सभी 10 खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रुपये दिए हैं।

नशे के मुद्दे पर उठाया गया ऐतिहासिक कदम
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि 35000 बच्चों ने नशे के खिलाफ शपथ ली है। सीएम ने कहा कि हम युवाओं को इतना व्यस्त कर देंगे कि उन्हें नशे की अंधी राह पर जाने का समय ही नहीं मिलेगा। उनकी सरकार युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार देकर व्यस्त रख रही है।

पंजाब पुलिस में भर्ती
पहले पंजाब पुलिस में भर्ती के लिए समय नहीं देते थे। वे अपने रिश्तेदारों को नौकरी देते थे। लेकिन अब हम हर बार दिसंबर में भर्ती करेंगे। हम उन्हें फरवरी से नवंबर तक तैयारी के लिए समय दे रहे हैं। पंजाब पुलिस में हर साल 2200 पुलिसकर्मी रिटायर होते हैं, उनकी जगह भरने के लिए हम चार साल का मौका दे रहे हैं। इस निर्णय से युवा भर्ती की तैयारी के लिए अपना तन-पसीना एक-दूसरे से प्यार करेंगे।