युवकों ने शनिवार रात 16 वर्षीय किशोरी को अगवाकर दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर किशोरी को यमुना नदी में फेंककर भाग गए। गनीमत रही कि नदी किनारे मछुआरे मौजूद थे और किशोरी को नदी से बाहर निकालकर परिजनों और पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे परिजन किशोरी को लेकर सीएचसी हरदों पहुंचे, जहां से हालत नाजुक देखकर डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
किशनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक ने बताया कि किशनपुर कस्बे के ही पास उनका गांव है। कस्बा में इन दिनों फाल्गुन गिरी महाराज का मेला चल रहा है। मेले में भीड़भाड़ के चलते कस्बे के मुख्य मार्गों से लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। मेले में बाहर से उनके घर में कई रिश्तेदार आए थे, जिनके लिए घर की महिलाएं रात में खाना बना रहीं थीं। जब खाने में नमक डालने के लिए ढूंढा तो नमक नहीं मिला।
इस पर पिता ने अपनी 16 वर्षीय बेटी को नमक लाने के लिए पड़ोस की दुकान में भेजा। काफी देर तक जब बेटी वापस घर नहीं पहुंची। तलाश करते-करते परिजन यमुना नदी किनारे पहुंचे तो देखा की वहां भीड़ लगी है। भीड़ में पहुंचे तो गांव के ही मछुआरों ने किशोरी को पानी से बाहर निकाल लिया था, जो कि बेहोश थी।
आनन-फानन परिजन लेकर सीएचसी हरदों पहुंचे। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में डॉक्टर ने किशोरी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। थानाध्यक्ष जयप्रकाश शाही ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। पीड़िता मेला देखने जा रही थी। इस दौरान रास्ते में युवकों ने किशोरी के साथ जबरदस्ती की। जल्दी ही आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार किया जाएगा।