आप नेता संजय सिंह (AAP leader Sanjay Singh) ने कहा कि मंत्रालय के बंटवारे (Division of the Ministry) से साफ हो गया कि (Made it clear that) भाजपा अपने सहयोगी और घटक दलों को दबाती है (BJP suppresses its Allies and Constituents) । केंद्र की मोदी सरकार के मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे पर विपक्षी दल सवाल भी उठा रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) नेता संजय सिंह ने कहा कि एनडीए के घटक दलों को ‘झुनझुना मंत्रालय’ थमा दिया गया है।
संजय सिंह ने कहा कि गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, वाणिज्य, सड़क, रेल, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल शक्ति, पेट्रोलियम और दूरसंचार मंत्रालय नहीं, एनडीए के घटक दलों के हिस्से में सिर्फ ‘झुनझुना मंत्रालय’ आया है। भारतीय जनता पार्टी अपने सहयोगी और घटक दलों को दबाती है, यह बात मंत्रालय के बंटवारे के बाद सामने आ गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी भाजपा किसी के साथ सहयोगी बनकर काम करती है तो उसका सब कुछ छीन लेती है। शरद पवार की घड़ी चुरा ली। उद्धव ठाकरे का तीर-कमान चुरा लिया। भाजपा हर राज्य में तोड़फोड़ की राजनीति करती है। पार्टियों को तोड़ती है। सरकार गिराती है। उन्होंने 10 साल में यही काम किया। भाजपा ने एनडीए के घटक दलों को जो मंत्रालय दिया है, उसके बाद अगला कदम उनकी पार्टियों को खत्म करने का होगा।
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि अगर गलती से भाजपा का स्पीकर बन गया तो तीन बड़े बदलाव होंगे। पहला बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान को खतरा है। दूसरा खतरा यह है कि जितनी भी पार्टियां उनके साथ मौजूद हैं, चाहे टीडीपी हो, आरएलडी हो, पवन कल्याण की पार्टी हो या फिर जयंत चौधरी की पार्टी हो या फिर कोई अन्य पार्टी, सभी के नेताओं को तोड़कर वह भाजपा में मिला लेंगे। तीसरा कोई भी मनमाना बिल भाजपा संसद में लेकर आएगी और किसी सांसद ने उसके खिलाफ अगर आवाज उठाई तो उसे मार्शल से बाहर फेंकवा देंगे। अपने पिछले कार्यकाल में मोदी जी ने 150 से ज्यादा सांसदों को बाहर करवा दिया था।