देश में कोरोना वायरस के 100 करोड़ डोज पूरे होने पर दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज लाल किले पर फहराया जाएगा. ये तिरंगा लाल किले पर गुरुवार को सुबह 10 बजे के आसपास फहराया जाएगा. इस तिरंगे की लंबाई 225 फीट और चौड़ाई 150 फीट है और इसका वजन करीब 1,400 किलो है. ये भारत में निर्मित सूती खादी का हाथ से बुना हुआ अब तक का सबसे बड़ा झंडा है. इस पूरे झंडे का क्षेत्रफल 37,500 वर्ग फुट है जिसके लिए 4600 मीटर सूती खादी के कपड़े का इस्तेमाल किया गया है. इस झंडे को 70 लोगों ने मिलकर बनाया है और इसे बनाने में 49 दिन लगे हैं. इसके कुछ दिन पहले गांधी जयंती और देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में लेह घाटी के पास एक ऊंचे पहाड़ पर देश का सबसे बड़ा एक हजार किलोग्राम वजन का खादी का तिरंगा फहराया जा चुका है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, कोविड-19 के खिलाफ देशव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू होने के बाद से देश में अब तक टीकों की 99 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं. सरकार ने 100 करोड़ डोज पूरे होने के मौके को जश्न की तरह मनाने की योजना बनाई है. 100 करोड़ डोज पूरे होते ही इसकी घोषणा विमानों, पोत, मेट्रो और रेलवे स्टेशनों पर की जाएगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस संबंध में कुछ दिन पहले जानकारी भी साझा की थी. स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक जिस दिन 100 करोड़ टीका लगाने का लक्ष्य पूरा हो जाएगा उस दिन स्पाइसजेट एक अरब टीके के पोस्टर अपने विमानों पर लगाएगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्यकर्मियों की तस्वीरें भी होंगी. उन्होंने कहा, 100 करोड़ खुराक का लक्ष्य पूरा हो जाने के बाद हम यह सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में आ जाएंगे कि जिन लोगों ने पहली खुराक ले ली है वे दूसरी खुराक भी ले लें ताकि कोविड-19 से उनका बचाव सुनिश्चित हो जाए. सरकार ने इससे पहले कोविड टीकाकरण को लेकर जागरुकता बढ़ाने के लिए एक गीत भी जारी किया है. इस गीत को गायक कैलाश खेर ने अपनी आवाज दी है.