कोरोना वायरस (corona virus) का खौफ और रौब दोनों ही अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है। आलम यह है कि कल तक लोगों की आमद से गुलजार रहने वाली गलियां अब खौफजदा हो चुकी हैं। लगातार बढ़ते मामले अब सरकार सहित अन्य वैश्विक संस्थानों के लिए चिंता का सबब बन चुके हैं, तमाम प्रयासों के बावजूद कुछ राज्यों को अगर छोड़ दिया जाए, तो यहां मुकम्मल तौर पर राहत मिलते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। उधर, भारत में गंभीर होती कोरोना की स्थिति का तकाजा महज इसी से लगा सकते हैं कि भारत के दो राज्यों में कोरोना की स्थिति यूरोप से अधिक खतरनाक हो चुकी है।
यहां पर हम आपको बताते चले कि शुक्रवार को भारत में 48 हजार से भी अधिक कोरोना के केस सामने आए हैं। साथ ही देश में कोविड-19 (Covid-19) के कुल 13.37 लाख केस हो गए हैं। इनमें से 4.55 लाख केस एक्टिव हैं। करीब 8.50 लाख लोग कोरोना को हराकर रिकवर हो चुके हैं, जबकि 31,400 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, कोविड-19 इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र और आंध प्रदेश में कोरोन की स्थिति यूरोप के देशों से अधिक संजीदा हो चुकी है। महाराष्ट्र में शुक्रवार को 9 हजार से भी अधिक मामले सामने आए। आंध्र प्रदेश में 8 हजार से भी अधिक मामले सामने आए हैं। दोनों राज्यों के संक्रमित मामलों को मिला दिया जाए तो यह 17 हजार से भी अधिक हो चुके हैं।
महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में बज चुका है खतरे का साइरन
महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में गंभीर होती कोरोना की स्थिति का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि यहां पर प्रतिदिन 17 हजार से भी अधिक मामले सामने आ रहे हैं, जो कि यूरोप के कई अन्य देशों के मुकाबले अधिक हैं। महाराष्ट्र में बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार को क्रमश: 10576, 9895 और 9615 केस आए हैं। आंध्र प्रदेश में इन तीन दिनों में क्रमश: 6045, 7998 और 8147 केस आए हैं। उधर, गुरुवार को 17,893 और शुक्रवार को 17,762 केस आए हैं। वहीं, यदि इन आंकड़ों की गंभीरता को समझे तो यहां पर रोजाना 17 हजार स भी अधिक मामले सामने आ रह हैं, जो कि यकीनन सरकार के लिए चिंता का सबब बन चुके हैं।
यूरोप में कोरोना की स्थिति
अब हम भारत के इन दो राज्यों की तुलना यूरोप से इसलिए कर रहे हैं, चूंकि वर्ल्डोमीटर के मुताबिक यूरोप में बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को क्रमश: 15640, 17233 और 16175 केस आए हैं। जाहिर है कि महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में कोरोना की स्थिति गंभीर हो चुकी है, चूंकि यहां पर यूरोप के देशों के मुकाबले कोरोना के सर्वाधिक केस समने आ रहे हैं।
यूरोप में प्रतिदिन 300-400 मौतें
यहां पर हम आपको बताते चले कि यूरोप में रोजाना कोरोना की चपेट में आने से 300-400 मौतें हो रही है। यूरोप में बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को कोरोना से क्रमश: 384, 357 और 405 मौतें हुई हैं। मई माह में यूरोप में प्रतिदिन एक हजार मौत हो रही थी। फिलहाल वहां की सरकारें कोरोना के कहर पर अंकुश लगाने की दिशा में हर संभंव कदम उठा रही है। मगर मौजूदा आंकड़े चिंताजनक स्थिति दर्शा रहे हैं।