कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अगुवाई में जारी ‘भारत जोड़ो’ यात्रा (Bharat Jodo Yatra) धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। यात्रा का मकसद कांग्रेस (Congress) को खोई हुई ताकत वापस जुटानी है। वहीं, 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले नेताओं को एकजुट रखना भी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती होगी।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा आखिरी पड़ाव की तरफ बढ़ रही है। यात्रा के समापन समारोह में विपक्षी दलों को आमंत्रित कर कांग्रेस ने वर्ष 2024 के चुनाव के लिए एकजुटता के लिए जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है। हालांकि, पार्टी ने आम आदमी पार्टी और भारत राष्ट्रीय पार्टी सहित कई अन्य विपक्षी दलों को समापन से अलग रखा है। समापन समारोह के लिए पार्टी ने समान विचारधारा वाले 23 राजनीतिक दलों को न्योता दिया है।
यात्रा के दौरान यह पहली बार है, जब कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र लिखकर विपक्षी दलों को आमंत्रित किया है। अभी तक जिस प्रदेश से यात्रा गुजरती थी, उस प्रदेश के नेता दूसरे दलों और अहम शख्सियतों को आमंत्रित करते थे। ऐसे में पार्टी की इस पहल को राजनीतिक हलकों में सभी को साथ लेकर चलने के संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पहले ही लगभग 3 हजार से ज्यादा किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है। जनवरी के अंत में जम्मू-कश्मीर में समाप्त होने से पहले यह 12 राज्यों में कुल 3,570 किलोमीटर का सफर तय करेगी।