जब ग्रहों के अधिपति सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं, उसी के साथ खरमास की शुरुआत हो जाती है. 16 दिसंबर से खरमास का महीना शुरू हो चुका है और ये 14 जनवरी को मकर संक्रान्ति तक चलेगा. मकर संक्रान्ति के दिन जब सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे, उसी के साथ खरमास भी समाप्त हो जाएगा. धनु राशि में प्रवेश करने के साथ सूर्य का प्रभाव धरती पर कम हो जाता है और इस कारण दिन छोटे और रात बड़ी होती है. इस कारण खरमास के दौरान किसी भी तरह के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है.
लेकिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाते हैं. खरमास के महीने को नारायण की पूजा के लिए काफी उत्तम माना जाता है. मान्यता है कि इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है और पूजन का कई गुणा फल प्राप्त होता है. अगर आप भी नारायण की विशेष कृपा पाने के इच्छुक हैं, तो खरमास के दौरान इन 6 कामों को जरूर करें.
खरमास के दौरान जरूर करें ये 6 काम
1. खरमास के महीने में भगवान विष्णु की नियमित आराधना करें और रोजाना उन्हें तुलसी के पत्तों के साथ खीर या पंचामृत का भोग लगाएं. इस दौरान पड़ने वाली एकादशी के व्रत जरूर रखें.
2. इस माह में प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करने की आदत डालें. स्नान के बाद भगवान विष्णु का केसरयुक्त दूध से अभिषेक करें व तुलसी की माला से 11 बार भगवान विष्णु के मंत्र ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’ का जाप करें.
3. गीता में श्रीकृष्ण ने पीपल को अपना ही रूप बताया है. इसलिए पीपल के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास माना जाता है. इस पूरे माह में आप नियमित तौर पर पीपल के वृक्ष की पूजा करें. उन्हें जल अर्पित करें और पीपल के नीचे दीपक जलाएं.
4. खरमास के दौरान धार्मिक स्थलों पर स्नान-दान आदि करने का विशेष महत्व है. लेकिन अगर आप नदी स्नान के लिए कहीं नहीं जा सकते तो घर में ही पानी में गंगाजल की कुछ बूंदें डालकर स्नान करें. इससे आपको गंगा नदी में स्नान का पुण्य प्राप्त होगा. साथ ही जरूरतमंदों को सामर्थ्य के अनुसार दान दें.
5. कार्यक्षेत्र में उन्नति के लिए खरमास की नवमी तिथि को कन्याओं को भोजन करवाना काफी फलदायी माना जाता है. इसके अलावा भूखे लोगों, पशुओं आदि को भोजन खिलाना चाहिए. अगर आपके पास कोई गुरुमंत्र है तो खरमास के दौरान उस मंत्र का जाप जरूर करें.
6. इस माह में सर्दी अपना पूरा जोर लगाती है, ऐसे में खानपान की आदत पर नियंत्रण रखें. इस माह में गेहूं, चावल, जौ और मूंग की दाल का सेवन करें. इसके अलावा गुड़, तिल, मटर और हरी सब्जियों का सेवन करना अच्छा माना जाता है. समुद्री नमक की जगह सेंधा नमक खाएं. ध्यान रखिए जब आपकी सेहत अच्छी रहेगी, तभी आप प्रभु की सेवा भी कर पाएंगे और उनकी कृपा प्राप्त कर पाएंगे.