एक नई रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश सेना ने अफगानिस्तान में 64 बच्चों की मौत के लिए मुआवजे का भुगतान किया है, जो कि रक्षा मंत्रालय द्वारा सार्वजनिक रूप से स्वीकार किए गए 16 बच्चों की मौत से चार गुना अधिक है. BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूनाइटेड किंगडम स्थित चैरिटी एक्शन ऑन आर्म्ड वायलेंस (AOAV) ने पाया कि ब्रिटिश सरकार ने मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के मुआवजे में औसतन £1,656 ($1,894) का भुगतान किया.
लंबे समय से अफगानिस्तान में रही ब्रिटिश सेना ने 2006-2014 के बीच अफगानिस्तान में 64 बच्चों की मौत का मुआवजा दिया है. हालांकि रिपोर्ट के अनुसार मारे गए बच्चों की संख्या 135 तक भी हो सकती है. इसके अतिरिक्त, एओएवी ने पाया कि अप्रैल 2007 और दिसंबर 2012 के बीच, 38 ऐसी घटनाएं हुईं जिनमें 64 बच्चों की मौत शामिल थी. साथ ही मारे गए बच्चों की औसत आयु छह वर्ष थी, और हवाई हमले को मृत्यु का सबसे आम कारण बताया गया है.
881 लोगों की मृत्यु के लिए मांगा गया था मुआवजा
रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन से 881 लोगों की मौत के लिए मुआवजा मांगा गया था. हालांकि सरकार ने अधिकांश को खारिज करते हुए केवल एक चौथाई को ही मुआवजा दिया है. ऐसा ही एक अफगान परिवार भी इनमें शामिल था जिसके आठ सदस्य ब्रिटिश सेना द्वारा मारे गए थे. मई 2009 में हेलमंद के नवा जिले के एक गांव पर हुए हवाई हमले में एक व्यक्ति, उसकी दो पत्नियों और पांच बच्चों की मृत्यु हो गई थी.
एओएवी का कहना है कि दावेदारों को भुगतान किए जाने से पहले अक्सर फोटो, जन्म प्रमाण पत्र और साथ ही समर्थन पत्र प्रदान करने की आवश्यकता होती थी और कई का औपचारिक रूप से ब्रिटिश कर्मियों द्वारा साक्षात्कार किया गया था ताकि पुष्टि की जा सके कि उनका तालिबान से कोई संबंध नहीं है. कुल मिलाकर, रक्षा मंत्रालय ने 2006-14 के बीच 289 अफगान नागरिकों की मौत के लिए 688,000 पाउंड का भुगतान किया.