हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से पूर्व सांसद डॉ. राजन सुशांत ने तीसरे मोर्चें के रूप में नये राजनीतिक दल ‘‘हमारी पार्टी, हिमाचल पार्टी’’ का गठन किया है। डा. सुशांत ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में नये राजनीतिक दल के गठन का ऐलान किया। उन्होंने दावा किया कि तीसरा मोर्चा वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और भाजपा का समीकरण बिगाड़ेगा और सभी 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले छह माह में बूथ स्तर पर कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा। उनकी पार्टी में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण का प्रावधान होगा।
उन्होने राज्य सरकार पर संसाधनों को बेचने का आरोप लगाया और कहा कि वह इनका सरंक्षण कर पाने में विफल रही है। सरकार की आर्थिक स्थित इस कदर खराब है और वह कर्ज के सहारे चल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की सरकारें कर्ज लेकर ही चलती रही हैं। राज्य पर जो कर्ज पहले लगभग 55 हजार करोड़ रूपये था वह अब बढ़ कर लगभग 57000 करोड़ हो गया है। राज्य में हर पैदा होने वाले बच्चे पर 80 हजार रूपये का कर्ज चढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य में सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है।
प्रदेश में इस समय लगभग 10 लाख बेरोजगार हैं। जबकि लॉकडाउन के दौरान साढ़े तीन लाख युवा बेरोजगार हुए हैं। सरकार रोजगार देने में पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि बीबीएमबी की विद्युत परियोजनाओं में राज्य का 7.9 फीसदी हिस्सा है लेकिन किसी ने भी इसके लिए लड़ाई नहीं लड़ी जबकि यह हिस्सा राज्य को मिलना चाहिये। डा. सुशांत ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो दो लाख बेरोजगारों को रोजगार देना, राज्य को कर्ज और भ्रष्टाचार मुक्त करना तथा स्वावलम्बी हिमाचल बनाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। पूर्व सांसद ने भाजपा और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इन्होंने हिमाचल के हितों को बेचने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वह उनकी पार्टी आने वाले दिनों में पुरानी पेंशन बहाली और सीमेंट के बढ़ते दामों पर आंदोलन करेगी।