कोरोना महामारी के बीच अब चीन में एक और नई बीमारी ने पैर पसार लिए हैं। ये नई बीमारी बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से फैली है। गांसु प्रांत की राजधानी लान्चो के स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि यहां के 3,245 लोग ब्रूसेलोसिस नाम की बीमारी के संपर्क में हैं। अब तक 21,847 लोगों की जांच की जा चुकी है। इनमें से 4,646 लोग प्राइमरी तौर पर पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि, 3245 लोग स्पष्ट तौर पर इस बीमारी से संक्रमित या पॉजिटिव है। गांसू प्रोविंशियल सेंटर फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने बताया कि इस बीमारी का नाम ब्रूसेलोसिस है।
ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार ब्रूसेलोसिस पर निगरानी रखने के लिए लान्झोउ वेटरीनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट ने देश के 11 पब्लिक मेडिकल इंस्टीट्यूशंस और अस्पतालों को काम पर लगा दिया है। इन अस्पतालों में ब्रूसेलोसिस के मरीजों की मुफ्त जांच और इलाज होगा। साथ ही लोगों को इससे बचने के लिए जागरूक किया जाएगा। इसके लिए मौके पर ही काउंसलिंग की जा रही है।
लोगों को इस बीमारी के बारे में बताने के लिए ऑ़नलाइन काउंसलिंग भी की जा रही है। जो लोग बीमार हुए हैं उनकी महीने भर में कई बार जांच की जा रही है। उनके हेल्थ रिकॉर्ड्स को लगातार मॉनीटर किया जा रहा है। ब्रूसेलोसिस के लिए अब तक 23,479 लोगों की काउंसलिंग की जा चुकी है। इसके अलावा 3,159 लोगों के नए हेल्थ रिकॉर्ड्स बनाए गए हैं। इसके अलावा गांसू प्रांत में जागरुकता के लिए 15 हजार प्रचार सामग्री बांटी गई है।
24 जुलाई 2019 से 20 अगस्त 2019 तक झोन्गमू लॉन्झोउ बायोलॉजिकल फार्मास्यूटिकल फैक्ट्री ने इस ब्रूसेला वैक्सीन बनाने के लिए एक्सपायर्ड डिसइंफेक्टेंट का उपयोग किया था। इस वैक्सीन का उपयोग जानवरों के इलाज के लिए होता है। आमतौर पर भेड़-बकरियों के लिए। लेकिन जिस फर्मेंटेशन टैंक में बेकार डिसइंफेक्टेंट रखा था उससे वेस्ट गैस निकल रही थी। जब टैंक खाली किया गया तो जो तरल पदार्थ टैंक से बाहर निकला उसमें ब्रूसेलोसिस बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया थे। इसके अलावा उस तरल पदार्थ से काफी ज्यादा मात्रा में वेस्ट गैस निकल रही थी। इस गैस और तरल पदार्थ की वजह से हवा में बैक्टीरिया फैल गए और ब्रूसेलोसिस बीमारी से ग्रसित हो गए। अब भी हो रहे हैं।
यह ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से पुरुषों और महिलाओं के अंडकोष खराब हो सकते हैं। इसके अलावा यह प्रजनन क्षमता और प्रजनन प्रणाली को पूरी तरह से खत्म कर सकता है। आमतौर पर यह बीमारी मवेशियों को होती है। जब आदमी इस बीमारी से संक्रमित होता है तो उसे तेज सिरदर्द, बुखार और बेचैनी होती है।