दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में दो बदमाश घायल दोनों के पैर पर लगी गोली। बदमाशों की पहचान रोहित चौधरी और टीटू के रूप में हुई। महिला सब इंस्पेक्टर प्रियंका क्राइम ब्रांच और इनकी टीम की बदमाशों के साथ मुठभेड़ हुई थी। इनकी गोली से ही बदमाश घायल हुए है। बड़ी बात यह है कि शायद पहली बार दिल्ली पुलिस के एनकाउंटर में महिला सब इंस्पेक्टर ने ऑपरेशन के बाद बदमाशो को पकड़ा है।
जानें, क्या है पूरा मामला
दरअसल दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को एक गुप्त सूचना मिली थी कि दिल्ली के दो नामी बदमाश दिल्ली में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक या फिर किसी जानकार से मिलने के लिए आने वाले है। सूचना के मिलने के बाद दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के डीसीपी भीष्म सिंह के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया और जानकारी जुटाई गई जिसके बाद पुलिस की टीम ने प्रगति मैदान इलाके के भैरव मंदिर के पास ट्रैप लगाया और सुबह करीब 5 बजे के आसपास पुलिस को एक संदिग्ध कार आती दिखाई दी। क्राइम ब्रांच की टीम ने कार को रुकने का इशारा किया लेकिन कार सवार बदमाशों ने कार की स्पीड बढ़ा दी जिसके चलते कार पुलिस बेरिगेट से टकरा गई।
अपने आपको पकड़ा जाता देख बदमाशों ने पुलिस पर फायर कर दिया जिसके बाद पुलिस को भी मजबूरन फायर करना पड़ा। जिसके चलते रोहित और टीटू के पैर पर गोली लगी। बदमाशों की एक गोली एसीपी पंकज की बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी और एक गोली सब इंस्पेक्टर प्रियंका की बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी। जवाबी कार्रवाई में बदमाशों के पैर में गोली मारी गई। पुलिस के मुताबिक 4 राउंड फायर के बाद दोनों बदमाशों को अपनी गिरफ्त में ले लिया गया है। पुलिस ने इनके पास से दो सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और कार बरामद की है। रोहित पर 4 लाख और टीटू पर डेढ़ लाख का इनाम है और दोनों ही क्राइम ब्रांच के केस में मोकोका का आरोपी है।