राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पांच विधान परिषद सदस्यों के पार्टी से अलग होकर बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में मंगलवार को शामिल हो जाने के साथ ही परिषद में राजद से विपक्ष का पद छिन गया। राजद के कुल आठ में से पांच सदस्य पार्टी से अलग होकर जदयू में शामिल हो गए। राजद विधानमंडल दल की नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी परिषद में विपक्ष के नेता के पद पर थीं लेकिन राजद के पांच सदस्यों के जदयू में शामिल होने के साथ ही उनसे विपक्ष की नेता का पद छिन गया।
उल्लेखनीय है कि राजद के संजय प्रसाद, राधाचरण साह, दिलीप राय और रणविजय कुमार सिंह पाला बदलकर जदयू में शामिल हो गए। 75 सदस्यीय विधान परिषद में अब जदयू के 20, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 17, राजद के तीन कांग्रेस के दो, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का एक, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) का एक और दो निर्दलीय सदस्य हैं जबकि 29 स्थान रिक्त है।
प्रावधान के अनुसार, सदन में नेता प्रतिपक्ष होने के लिए कुल सीट का 10 प्रतिशत यानि कम से कम आठ सीट होना चाहिए लेकिन राजद के पास अब तीन सदस्य श्रीमती राबड़ी देवी, रामचंद्र पूर्वे और सुबोध राय ही रह गए हैं, जिससे पार्टी से विपक्ष का पद छिन गया।