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पत्रकार का सिर कलम करने वाला अल कायदा का आतंकी होगा इमरान का ‘मेहमान’

अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल (Daniel Pearl Murder Case) के हत्यारे को रिहा करने के फैसले पर पाकिस्तान (Pakistan) की किरकिरी दुनियाभर में हो रही है. अमेरिका (America) की डांट के बाद पाक ने पर्ल के हत्यारे और आतंकी उमर शेख (Omar Sheikh) के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को ब्रिटेन में पैदा हुए अल कायदा (al qaeda) के आतंकी उमर शेख सईद को जेल से सरकारी रेस्ट हाउस में नजरबंद (House Arrest) करने का आदेश दिया है.

उमर शेख सईद पर आरोप हैं कि साल 2002 में उसने अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल का अपहरण किया और बाद में उसकी हत्या कर दी. वह पिछले 18 साल से जेल में था. पिछले साल पाक अदालत ने उसे बरी करने का आदेश दिया था. अब उसे जेल से सरकारी रेस्ट हाउस में भेजने का फैसला किया गया है.

उमर शेख को बरी करने के फैसले पर अमेरिका ने कड़ा ऐतराज जताया था, जिसके बाद पाकिस्तानी सरकार ने अदालत में पुनर्विचार याचिका दायर की थी. सिंध प्रांत की सरकार ने उमर शेख को रिहा करने के खिलाफ अपील की थी. सुप्रीम कोर्ट ने उसे जेल से सरकारी रेस्ट हाउस में भेजने का फैसला सुनाया है.

परिवार से मिलने की होगी इजाजत

उमर शेख का  परिवार रबंद रहने के दौरान उमर शेख को अपने परिवार से मिलने की इजाजत होगी. हालांकि इसके लिए सुबह 8 बजे से शाम पांच तक का समय निर्धारित किया गया है. उस पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी. नजरबंद रहने के दौरान उसे मोबाइल फोन या इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा.

कराची से आतंकियों ने किया था किडनैप

डेनियल पर्ल (Daniel Pearl Murder Case) अमेरिकी अखबार ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में साउथ एशिया ब्यूरो चीफ थे. जनवरी 2002 में आतंकियों ने कराची से उनका किडनैप कर लिया था. कुछ दिनों बाद उनका सिर कलम कर दिया गया. डेनियल पर्ल इस्लामिक आतंकवाद पर रिसर्च कर रहे थे. इस मामले में उमर शेख को गिरफ्तार किया गया और हत्या व अपहरण का दोषी पाया गया. सिंध हाई कोर्ट ने अप्रैल, 2020 में उसे सात साल की सजा सुनाई. हालांकि वह पहले 18 साल से जेल में था, लेकिन उसके परिजन सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए, जिससे उसकी रिहाई में देरी हुई.

परिवार का कहना, बलि का बकरा बनाया

डेनियल पर्ल (Daniel Pearl Murder Case) के परिजनों के वकील का कहना है कि उमर शेख का इस पूरे मामले में अहम रोल था. उसी की योजना के तहत अपहरण व हत्या की गई. मगर उमर शेख के परिवार वालों का कहना है कि उसे बलि का बकरा बनाया गया.