बिहार में बहार है, क्योंकि बिहार में चुनाव है। सियासी नुमाइंदों की दस्तक से अभी हर गलिया गुलजार है। चुनाव का सिलसिला शुरू हो चला है। तीन चरणों में बिहार विधानसभा के चुनाव मुकम्मल करने के ऐलान किए जा चुके हैं। इस कड़ी में पहले चरण का चुनाव आज यानी की 28 अक्टूबर को 16 जिलों के 71 विधानसभा सीटों पर हो रहे हैं। इस दौरान अनेकों लोगों ने लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। लोग बढ़ चढ़कर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन इस बीच नीतीश के मंत्री से एक मिस्टेक हो गई, जिसकी अब उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। नीतीश के मंत्री के इस कृत्य को आचार संहिता का उल्लंघन बताया जा रहा है।
जानें पूरा माजरा
यहां पर अब हम आपको पूरा माजरा पूरे तफसील से बताए चलते हैं। दरअसल, हुआ यूं था कि वोटिंग चल रही थी। सभी लोग कतारबद्ध होकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे थे। तभी बीजेपी विधायक व कृषि मंत्री प्रेम कुमार वोट डालने के लिए बुथ पर पहुंचें, लेकिन वोट डालने के दौरान कुछ ऐसी मिस्टेक हो गई। दरअसल, हुआ यूं कि उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव करने हेतु मुंह पर मास्क लगा रखा था। यहां तक तो किसी को कोई दिक्कत नहीं रही, मगर उनका मास्क कोई आम नहीं बल्कि बीजेपी के चिन्ह वाला कमल छाप का मास्क था। इतना ही नहीं, बात यहीं खत्म थोड़ी न होती है। इसके बाद फिर न महज उन्होंने बीजेपी का मास्क लगाए रखा बल्कि वोट डालने के बाद बाहर आए तो अपनी और अपनी पार्टी की जीत का दावा तक कर डाला, जो कि आचार संहिता का सीधा-सीधा उल्लंघन हैं।
मामला दर्ज करने का दिया आदेश
वहीं, बिहार चुनाव के दौरान बीजेपी विधायक के इस कृत्य पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उनके खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि यह पूरा घटनाक्रम बिहार के गया के स्वराजपुरी रोड नंबर-120 पर घटित हुई है।
फिर क्या बोले मंत्री जी
उधर, मंत्री प्रेम कुमार से इस पूरे मामले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने दो टूक कह दिया कि देखिए हमारा ऐसा कुछ करने का कोई मंशा नहींं था। यह तो बस मिस्टेक से हो गया। वहीं , बीजेपी छाप वाले मास्क के संदर्भ में उन्होंने कहा कि अत्याधिक व्यवस्तता के चलते मुझे तनिक भी इस बात का बोध नहीं रहा कि मैंने कौन सा मास्क लगा रखा है।