नीतीश कुमार ने विधायकों के साथ बैठक के बाद वर्तमान विधानसभा (Bihar Assembly) भंग करने का फैसला है। कैबिनेट की बैठक में विधानसभा भंग करने की सिफारिश के बाद उन्होंने अपना त्यागपत्र बिहार के राज्यपाल को दिया है।अब एनडीए विधायक दल की औपचारिक बैठक 15 नवंबर को होगी।
इससे पहले आज एनडीए गठबंधन की बैठक में फैसला लिया गया कि गठबंधन अब दीवाली बाद अपना नया नेता चुनेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर बुलाई गई बैठक 15 नवंबर तक के लिए टाल दी गई है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि अब 15 नवंबर यानी रविवार को दोपहर 12.30 बजे एनडीए के विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नए नेता का चुनाव किया जाएगा। हालांकि, आज मौजूदा नीतीश कैबिनेट की आज बैठक बुलाई गई है, जिसमें मौजूदा विधान सभा भंग करने पर मुहर लगाई जाएगी।
गौरतलब है कि नवंबर के अंत में वर्तमान सरकार का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। संविधान के मुताबिक, नई सरकार के गठन से पहले मौजूदा मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा देना होता है। जिसके बाद ही अगला मुख्यमंत्री शपथ ले सकता है। इसी के तहत नीतीश कुमार को दोबारा शपथ ग्रहण लेने से पहले राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपना है।
आपको बता दें कि बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही नीतीश कुमार सातवीं बार राज्य के मु्ख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। इस बीच ख़बरें आ रही है कि सुशील मोदी की जगह बीजेपी बिहार का उपमुख्यमंत्री कामेश्वर चौपाल को बना सकती है।
बताया जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की पहली ईंट रखने वाले कामेश्वर चौपाल को बिहार का उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। खुद को लेकर जारी अटकलों पर चौपाल ने कहा कि मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं, पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी वो मुझे स्वीकार है।
राम मंदिर ट्रस्ट के दलित सेवक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता कामेश्वर चौपाल पटना पहुंच चुके हैं। बिहार में नई सरकार में कोई पद मिलने के सवाल पर कामेश्वर चौपाल ने कहा कि वह पार्टी का सेवक हैं और जो पार्टी कहेगी करेंगे।
गौरतलब है कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 125 सीटों पर जीत हासिल हुई है. इसमें बीजेपी 74 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। जबकि जेडीयू 43, हम-4 और वीआईपी 4 सीट जीतने में सफल हो पाए हैं।