धनतेरस के दूसरे दिन नरक चतुर्दशी 2021 (Narak Chaturdashi 2021) मनाई जाती है, इसे छोटी दीपावली और रूप चतुर्दशी भी कहा जाता है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का अंत किया था. इस बार नरक चतुर्दशी का पर्व 3 नवंबर को पड़ रही है. इस दिन यमराज का पूजन किया जाता है. माना जाता है कि यमराज की पूजा करने से घर के सदस्यों की अकाल मृत्यु टलती है. अगर आपके घर में लोग बीमार रहते हों, आर्थिक परेशानियां बनी रहती हों, तो आपके लिए ये दिन काफी शुभ है. इस दिन आपको घर के बुजुर्ग सदस्य से एक उपाय कराना चाहिए. इससे घर की नकारात्मकता दूर हो जाएगी और तमाम परेशानियां दूर होंगी.
बुजुर्ग से करवाएं ये उपाय
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो घर का बुजुर्ग परिवार का प्रतिनिधि होता है. ऐसे में उसके किसी भी काम को करने से परिवार के सभी लोगों को लाभ मिलता है. इस दिन एक चौमुखी दीपक घर के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति से घर के अंदर जलवाएं और इसे पूरे घर के हर कोने में ले जाकर घुमाएं. इसके बाद वे इस दीपक को घर से कहीं दूर रख आएं. मान्यता है कि इस दीपक के जरिए घर की बीमारियां, नकारात्मकता और बुरी शक्तियां भी घर से बाहर चली जाती हैं.
मुख्य द्वार पर यम दीप जलाएं
नरक चतुर्दशी के दिन यम दीप भी जलाया जाता है. मान्यता है कि इससे घर के सदस्यों की अकाल मृत्यु टल जाती है. संभव हो तो ये दीपक भी बुजुर्ग से ही जलवाएं. अगर कोई दिक्कत हो, तो परिवार का कोई भी सदस्य जला सकता है. यम दीप के लिए एक चौमुखी दीपक जलाएं और इसे घर के मुख्य द्वार पर रखें.
दीपक रखते समय मुंह दक्षिण दिशा में होना चाहिए क्योंकि यमराज का निवास दक्षिण दिशा की ओर होता है. दीपक को रखने के बाद यमराज से घर के लोगों को अकाल मृत्यु से बचाकर उन्हें दीर्घायु प्रदान करने की प्रार्थना करें. जब तक दीपक जले, इसकी निगरानी करें और दीपक के विदा होने के बाद इसे घर के अंदर किसी स्थान पर रख दें.
यम दीप जलाने का समय
नरक चतुर्दशी 3 नवंबर बुधवार के दिन पड़ेगी. इस दिन दीपक जलाने का शुभ समय शाम 6 बजे से लेकर रात 8 बजे तक रहेगा.