देश के विकास में जुटी मोदी सरकार (Modi Government) उन सभी प्रोजेक्टों पर तेजी से काम कर रही है. जिससे भारतवासियों को भी काफी राहत मिलने वाली है. एक तरफ जहां लोगों को रोजगार मिलेगा तो वहीं दूसरी तरफ 628 किमी लंबी एक्सप्रेस वे सड़क का निर्माण कार्य पूरा होगा. दरअसल हम मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले गंगा एक्सप्रेस वे (Ganga Express Way) परियोजना के निर्माण कार्य की बात कर रहे हैं. जो आगामी साल 2021 के जनवरी महीने से ही शुरू कर दिया जाएगा. बता दें कि 628 किमी लंबे एक्सप्रेस वे को साल 2024 तक बना लेने का लक्ष्य है. खास बात तो ये है कि यदि इस एक्सप्रेस वे का निर्माण 2024 तक हो जाता है तो ये देश का अब तक का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे होगा. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के इस एक्सप्रेस वे से लोग किसी भी कोने में आ जा सकें.
यूपीडा ने 2900 करोड़ रुपये कर्ज लेने का किया फैसला
लोगों के सफर को आसान बनाने के साथ-साथ ये राज्य को आर्थिक मजबूती भी देगा. फिलहाल गंगा एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट यूपी के लिए गेमचेंजर के तौर पर देखा जा रहा है. सीएम योगी (CM Yogi) के निर्देश के आधार पर एक्सप्रेस वे निर्माण को लेकर जमीन अधिग्रहण पर भी इस साल अक्टूबर में काम शुरू किया जाएगा. खबर है कि यूपीडा की ओर से हाउसिंग एंड अर्बन डवलपमेंट कारपोरेशन से 2900 करोड़ रुपये का कर्ज लिए जाने का फैसला किया गया था. इसकेसाथ ही हाल ही में विधानमंडल सत्र में पास होने वाले अनुपूरक बजट में भी गंगा एक्सप्रेस वे को लेकर बड़ी रकम की डिमांड करने की तैयारी है.
जमीन खरीदारी में 10 हजार करोड़ का आएगा खर्च
बताया जा रहा है कि इस परियोजना कार्य को पूरा करने के लिए सिर्फ जमीन की खरीदारी में तकरीबन 10 हजार करोड़ रुपये का खर्चा आएगा. ये पूरी जिम्मेदारी जिलों के जिलाधिकारियों पर होगी कि कौन कितने समय में अपने आसपास से एक्सप्रेस वे के लिए जमीन का प्रबंध यूपीडा के लिए करा पाता है. क्योंकि अब तो बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए भी जमीन खरीदने और उन पर अधिग्रहण का काम खत्म हो गया है. इसलिए अब यहां के राजस्व से संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण करने का काम सौंपा जाएगा.
जानकारी के मुताबिक इस एक्सप्रेस वे की चौड़ाई करीब 130 मीटर होगी. इसके साथ ही सर्विस रोड की चौड़ाई 3.75 मीटर होगी. इस पर लगने वाली लागत 39298 करोड़ से ज्यादा आने का अनुमान लगाया जा रहा है. फिलहाल यूपीडा की तरफ से लगातार ये प्रयास किया जा रहा है कि इस साल के आखिरी तक इस परियोजना का शिलान्यास का काम पूरा हो जाए. ताकि आने वाले साल के जनवरी महीने से साइट पर निर्माण के कार्य को आगे बढ़ाया जा सकेगा.