देश की पहली आठ लेन सड़क सुरंग (Country’s first eight lane road tunnel ) दिल्ली (Delhi) में बनेगी। यह तीन राष्ट्रीय राजमार्गों (three national highways) द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway), दिल्ली-जयपुर (Delhi-Jaipur) और नेल्सन मंडेला हाईवे (Nelson Mandela Highway) को आपस में जोड़ेगी। दक्षिणी-पश्चिमी दिल्ली में बनने जा रही पांच किलोमीटर लम्बाई की इस सुरंग को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) बनवाएगा।
तीन लाख वाहन रोज गुजरेंगे
एनएचएआई ने सड़क परिवहन मंत्रालय की मंजूरी के बाद निर्माण से जुड़ी प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रतिदिन करीब तीन लाख वाहन इस टनल का इस्तेमाल कर सकेंगे। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के मुताबिक, चार साल के अंदर निर्माण कार्य पूरा होगा। इसके बाद दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर जाम से लोगों को राहत मिलेगी।
मई से काम शुरू होगा
निर्माण कार्य मई 2023 से शुरू हो जाएगा, जिस पर एनएचएआई 1545 करोड़ रुपये सीधे तौर पर खर्च करेगी। टनल को यातायात के लिए खोले जाने की तिथि से दस वर्षों तक निर्माण एजेंसी ही रखरखाव और मरम्मत का काम देखेगी।
शिव मूर्ति चौक से शुरू होगी
टनल एनएच-48 ( पुराना एनएच-8 दिल्ली-जयपुर) स्थित शिव मूर्ति चौक से शुरू होगी, जहां द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है। अगस्त 2023 तक एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद एनएच-48 पर दबाव बढ़ेगा, जिसे देखते हुए वाहनों को एनएच- 148 एई (नेल्सन मंडेला मार्ग) पर भेजने को इसे बनाया जा रहा है। यह टनल एनएच-48 को नेल्सन मंडेला मार्ग पर वसंत कुंज फ्लाईओवर तक जोड़ेगी।
दूरी कम होगी
टनल के बनने पर तीनों हाईवे की दूरी करीब 8 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे समय की बचत के अलावा जाम से भी निजात मिल सकेगी। साथ ही ईंधन खर्च में भी कमी आएगी। उत्तरी दिल्ली के रास्ते द्वारका एक्सप्रेसवे होते हुए दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे- 48 पर पहुंचने वाले वाहन सीधे शिव मूर्ति होते हुए टनल के जरिए नेशनल हाईवे148एई पर जा सकेंगे। इसके लिए अभी करीब 13 किलोमीटर चलना पड़ता है।