तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें दो लाख नई नौकरियां सृजित करने, बेरोजगार युवाओं के लिए प्रतिमाह 1,000 रुपये भत्ता देने तथा पश्चिम बंगाल जैसी सामाजिक कल्याण योजनाएं शुरू करने का वादा किया गया है। पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के राज्य के दौरे से एक दिन पहले घोषणापत्र जारी किया गया।
टीएमसी 16 फरवरी को होने वाले चुनाव में 28 विधानसभा सीट पर लड़ रही है। पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर पार्टी त्रिपुरा में सत्ता में आती है, तो वह पहले साल में ही 50,000 नई नौकरियां और पांच साल में दो लाख नौकरियां सृजित करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘सरकारी विभागों में सभी खाली पदों को मिशन मोड पर भरा जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी बेरोजगार युवाओं को प्रतिमाह 1,000 रुपये की सहायता प्रदान करेगी और छंटनी के शिकार 10,323 शिक्षकों को भी इसका लाभ तब तक मिलेगा, जब तक उनका कानूनी मामला हल नहीं हो जाता।’’ टीएमसी ने एक कौशल विश्वविद्यालय शुरू करने, छात्र क्रेडिट कार्ड और उन लोगों के लिए आसान ऋण उपलब्ध कराये जाने का भी वादा किया, जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कक्षा चार से आठ तक के छात्रों को भी 1,000 रुपये वार्षिक वजीफा दिया जाएगा।’’
पश्चिम बंगाल के उद्योग मंत्री शशि पांजा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस त्रिपुरा में भी कन्याश्री और लक्खिर भंडार जैसी कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। टीएमसी के राज्य प्रभारी राजीव बनर्जी ने कहा कि अगर पार्टी सत्ता में आती है, तो घोषणापत्र में किए गए वादों को सही मायने में लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी नेता ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी जो वादा करते हैं, वह करते हैं, जबकि दूसरे लोग ऐसा नहीं करते।’’ यह दावा करते हुए कि देश के किसी अन्य राज्य ने पिछले 11 वर्षों में पश्चिम बंगाल जैसा विकास नहीं किया है, उन्होंने कहा कि घोषणापत्र ‘विकास के बंगाल मॉडल’ के अनुसार तैयार किया गया है।
टीएमसी की राज्य इकाई के अध्यक्ष पीयूष कांति बिस्वास ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पार्टी के चुनाव अभियान का नेतृत्व करने के लिए सोमवार को त्रिपुरा पहुंचेंगी। उन्होंने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान वह एक रोड शो करेंगी और एक रैली को संबोधित करेंगी।