कानपुर: चकेरी थानाक्षेत्र अंतर्गत हरजिंदर नगर में गुरुवार को लॉ छात्रा ने तीसरी मंजिल से कूदकर जान दे दी थी। इस मामले में शुक्रवार को हुए पोस्टमार्टम में आत्महत्या के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। रिश्तेदार छात्रा का शव लेकर कन्नौज पैतृक गांव ले गए।
सूरत से माता-पिता जरूर पहुंच गए हैं, लेकिन भाई के न पहुंच पाने के कारण अंतिम संस्कार नहीं हो सका है। उधर पुलिस की जांच में अब तक यह सामने आया है कि छात्रा को आखिरी कॉल गुजरात के किसी युवक की थी। पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मूलरूप से कन्नौज के सेवरनपुरवा निवासी सुभाष बाथम पिछले 30 वर्षों से पत्नी पत्नी पिंकी, बेटे अभिषेक उर्फ गुल्लू के साथ गुजरात के सूरत में रहकर व्यापार कर रहे थे। जबकि 24 वर्षीय बेटी रजनी बाथम फर्रुखाबाद के गोसाईगंज रौतामई स्थित ननिहाल में रहती थी। बीकॉम तक ननिहाल में रहकर पढ़ने के बाद माल रोड स्थित ब्रह्मानंद कालेज से लॉ की पढ़ाई कर रही थी। वह चार माह पहले ही चकेरी के हरजिंदर नगर निवासी अजय गुप्ता के मकान में किराये पर रहने आई थी।
गुरुवार दोपहर छात्रा ने मकान की दूसरी मंजिल पर अपने कमरे में फोन पर किसी से बात करने के बाद तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी थी। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी थी। रजनी के मौसा देवेंद्र कश्यप ने बताया कि परिजनों से जानकारी मिलने पर नवाबगंज निवासी बुआ ललिता और फूफा धर्मेंद्र, गांव से दादी विजय कुमारी और चाचा रंजीत यहां पहुंचे थे।
घटना की जानकारी मिलते ही माता–पिता ट्रेन से निकल पड़े थे। जो शाम पांच बजे पैतृत गांव पहुंच गए थे। वहीं भाई अभी भी चौपहिया वाहन से रास्ते में है वह शनिवार को पहुंच जाएगा। जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। एसीपी चकेरी अमरनाथ यादव ने बताया कि मृतका के मोबाइल की छानबीन में सामने आया कि आखिरी काल गुजरात के एक युवक से हुई है। कॉल डिटेल निकलवाई जाएगी।