एक लेखिका ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर 90 के दशक में दुष्कर्म करने के आरोप लगाए थे। जिसके बाद पीड़िता ने ट्रंप के खिलाफ कोर्ट में केस भी फाइल किया है। इसी केस की गवाही दर्ज करने के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने पीड़िता की बेइज्जती की और उस पर केस करने की धमकी भी दी।
बता दें कि एले पत्रिका की स्तंभकार ई. जीन कैरोल ने डोनाल्ड ट्रंप पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। गवाही के दौरान ट्रंप ने कहा कि ‘वह कह रही है कि मैंने कुछ किया लेकिन ऐसा कुछ कभी हुआ ही नहीं। मैं इस मामले के बारे में जानता ही नहीं हूं।’
ट्रंप मामले में पीड़िता की वकील रॉबर्टा कापलान से भी भिड़ गए। इस दौरान दोनों के बीच तीखी नोंकझोक हुई। दरअसल ट्रंप ने पीड़िता कैरोल को साजिशकर्ता बताया और दावा किया कि उनके खिलाफ झूठा केस बनाया गया है। ट्रंप ने वकील रॉबर्टा से कहा कि “जब यह केस खत्म हो जाएगा तो मैं उसके खिलाफ मुकदमा करूंगा और मैं तुम्हारे खिलाफ भी मुकदा करूंगा।”
पीड़ित स्तंभकार कैरोल ने 2019 में प्रकाशित हुई अपनी एक किताब में दावा किया था कि 90 के दशक के मध्य में मैनहैट्टन के एक डिपार्टमेंटल स्टोर में ट्रंप ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। हालांकि ट्रंप का कहना है कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं। ट्रंप ने यह भी कहा कि ‘वह उसकी टाइप की नहीं है।’ ट्रंप ने दावा किया कि “वह मुझ पर दुष्कर्म के आरोप लगा रही है लेकिन मैं इसे जानता ही नहीं हूं कि यह कौन है।” ट्रंप ने पीड़िता को मानसिक तौर पर बीमार भी बता दिया।
डोनाल्ड ट्रंप ने बीते मंगलवार को तीसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने का ऐलान किया है। हालांकि यह ऐलान ऐसे वक्त आया है, जब अमेरिका में हुए मध्याविधि चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा है। साथ ही ट्रंप दुष्कर्म के आरोप और मार आ लागो क्लब सहित कई अन्य मामलों में अपने खिलाफ कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं।