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डबल डिजिट में लौटी दिल्ली की विकास दर, 9.23 लाख करोड़ रुपये की GDP रहने का अनुमान

पिछले दो साल में कोरोना महामारी (Coronavirus) की मार से बुरी तरह प्रभावित हुई राजधानी दिल्ली (Delhi) की आर्थिक विकास दर अब पटरी पर लौट आई है. दिल्ली के साल 2022-23 के बजट (Delhi Budget 2022-23) के अनुसार वर्ष 2021-22 में राज्य की आर्थिक विकास दर बढ़कर 10.23 फीसदी रहने का अनुमान है. राष्ट्रीय स्तर पर वृद्धि का यह आंकड़ा 8.90 फीसदी है.

कोरोना महामारी की वजह से साल 2020-21 में दिल्ली की जीडीपी (Delhi GDP) 5.7 फीसदी घट गई थी जबकि राष्ट्रीय स्तर पर इसमें 8 फीसद की गिरावट आई थी. इस तरह देश की तुलना में दिल्ली की अर्थव्यवस्था (Delhi Economy) बेहतर स्थिति में रही थी. यही वजह है कि साल 2021-22 में दिल्ली की आर्थिक विकास दर का आंकड़ा देश की तुलना में बेहतर रहा है.

साल 2021-22 में 9.23 लाख करोड़ रुपये रहेगा दिल्ली का सकल घरेलू उत्पाद
बजट अनुमानों के अनुसार वर्ष 2021-22 में दिल्ली का सकल घरेलू उत्पाद यानी एसजीडीपी 9.23 लाख करोड़ रुपए रहेगा. इसमें सर्विस सेक्टर का 83 फीसद का योगदान है. साल 2020-21 में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 7.98 लाख करोड़ रुपए रहा था. राष्ट्रीय स्तर पर जीडीपी में दिल्ली का योगदान 2011-12 में 3.94 फीसद था जो अब बढ़कर 4.21 फीसद हो गया है. आप सरकार का यह आठवां बजट है. वर्ष 2014-15 का बजट 30,940 करोड़ रुपए था जो अब करीब ढाई गुना बढ़कर 75,800 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है.

विकास दर बढ़ाने के लिए खपत बढ़ाना जरूरी
विधानसभा में बजट पेश करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि विकास दर बढ़ाने के लिए खपत बढ़ाना जरूरी है. इसके लिए रोजगार सृजन बढ़ाना भी जरूरी है. इस मोर्चे पर आप सरकार टैक्स में राहत सहित कई बड़े कदम उठाएगी. इसी कवायद के तहत सरकार अगले पांच साल 20 लाख रोजगार मुहैया कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि आप सरकार स्टार्टअप को बढ़ाने पर विशेष जोर देगी. इसके तहत रोजगार मांगने वालों के रोजगार देने वालों के रूप में तैयार करेगी.