दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसके लोग हैं। यदि कोई गरीब है तो इसका मतलब यह नहीं कि वह इंटेलिजेंस नहीं है। बीते 75 वर्षों में हमने शिक्षा का जो माडल खड़ा किया है उसे अच्छा नहीं कहा जा सकता है। बिना अच्छी शिक्षा के देश को तरक्की की राह पर नहीं ले जाया जा सकता है। हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट के मंच पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे पहले लगता था कि स्कूलों को ठीक करना बहुत मुश्किल का काम है लेकिन मेरा अब कहना है जो सरकार स्कूल ठीक नहीं कर सकती उसे इस्तीफा दे देना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि देश में प्राथमिक विद्यालयों की हालत बेहद खराब है। यदि देश में 18 करोड़ बच्चे अच्छी शिक्षा से वंचित है तो देश को विकसित राष्ट्र कैसे बनाया जा सकता है। यदि कोई बड़े बड़े वादे करता है कि वह देश को नई ऊंचाई पर जाऊंगा तो बिना शिक्षा के ऐसा संभव नहीं है। जाहिर है वह झूठ बोल रहा है। दिल्ली में अस्पतालों की बेहतर व्यवस्था है। सुविधाओं को बढाया गया है। लेकिन हमारा मानना है कि बीमारी पर ही लगाम क्यों न लगाई जाए। लोगों को बीमारी क्यों हो। इसके लिए हमने योग की कक्षाएं शुरू की थी। लोग इन कक्षाओं में योग कर रहे थे। लेकिन इसमें अड़ंगा डालने की कोशिशें हुई हैं।