जर्मनी में भारी बारिश और बाढ़ के चलते कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग लापता हैं। यहां सड़कों पर पानी की तेज धार कारों को अपने साथ बहा ले गई जबकि इस आपदा में कुछ इमारतें भी ढह गई हैं। देश में करीब 30 लोगों के लापता होने की सूचना है जिनके बचने की उम्मीद काफी कम बताई जा रही है। देश के कई क्षेत्रों में बारिश के बाद आपातकाल घोषित कर दिया गया है। पश्चिमी काउंटी यूस्किरचेन के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि बाढ़ के कारण वहां आठ लोगों की मौत हुए है जबकि क्षेत्र में फोन और इंटरनेट सेवा प्रभावित होने से बचाव अभियान बाधित है। कोबलेंज शहर में अहरवीलर काउंटी में चार लोगों की मौत हो गई और करीब 50 लोग अपने घरों की छतों पर फंस गए हैं। वे वहां से बचाए जाने का इंतजार कर रहे हैं।
कोलोगने, कामेन और वुप्पेरटल में बाढ़ के कारण विभिन्न घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई। इस बीच, शुल्ड गांव में रातभर में छह मकान ढह गए। यहां कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। बाढ़ और भूस्खलनों के कारण कई गांवों से संपर्क टूटने के कारण अभी यह पता नहीं चल पाया कि इस क्षेत्र को कितना नुकसान पहुंचा है। पश्चिम और मध्य जर्मनी के साथ ही इस बाढ़-बारिश में पड़ोसी देशों के बड़े हिस्से को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है।
बेल्जियम में दो की मौत पुर्तगाली
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक बेल्जियम के समीप दक्षिणी पुर्तगाली शहर वाल्केनबर्ग में बाढ़ के कारण रातोंरात एक देखभाल गृह और एक धर्मशाला को खाली कराया गया। बेल्जियम में दो लोगों की मौत हो गई है। दक्षिणी प्रांत लिम्बर्ग में कई मकान बाढ़ की चपेट में हैं। नीदरलैंड में बाढ़ के कारण किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।