मूवी में तो टार्जन (Tarzan) देखा होगा लेकिन क्या आप रियल लाइफ ‘टार्जन’ के बारे में जानते हैं. जी हां, वियतनाम के जंगलों में रहने वाले रियल लाइफ ‘टार्जन’ के बारे में जानकारी बेहद दिलचस्प है. टार्जन ने अपने जीवन के 40 साल जंगल में ही बिताए. जब उसे मुख्याधारा से जोड़ने के लिए शहर ले जाया गया तो कुछ ही सालों में उसकी मौत हो गई.
बमबारी में खत्म हो गया था परिवार
इस रियल लाइफ टार्जन का असली नाम हो वैन लैंग है. 1972 में अमेरिका (US) द्वारा की गई बमबारी में लैंग के पूरे परिवार की मौत हो गई थी. इसके बाद वे अपने पिता के साथ शहर छोड़कर भाग गए. लैंग और उनके पिता जंगल में ही रहने लगे, उन्होंने कभी वापस शहर न लौटने का फैसला लिया. जीवन के 40 वर्ष जंगल में बिताने वाले लैंग को फिल्म निर्माता अल्वारो सेरेजो ने ढूंढ़ निकाला और उन्हें वापस मुख्यधारा में ले जाने का फैसला लिया.
शहर की आबोहवा नहीं आई रास
लैंग को अल्वारो सेरेजो ने 2013 में खोजा. इस दौरान जब एक टीम उन्हें वापस शहर ले जाने के लिए पहुंची तब भी वे समझते थे कि वियतनाम युद्ध अभी भी चल रहा है, इसी वजह से वे वापस शहर नहीं आए. लेकिन उन्हें समझाया गया कि युद्ध खत्म हो चुका है, वे वापस शहर चलकर रह सकते हैं. इसके बाद वे वापस चलने के लिए तैयार हुए. हालांकि हो वैन लैंग को शहर की आबोहवा ज्यादा समय तक रास नहीं आई.
जंगल में खाते थे ये खाना
हो वान लैंग की सितंबर में 52 वर्ष की उम्र में मौत हो गई. इसके पीछे माना जाता है कि उन्हें शहर की तनाव भरी जिंदगी रास नहीं आई. वे शहर में आने के बाद कभी-कभी शराब भी पीने लगे थे. जंगल में 40 वर्ष बिताने वाले लैंग को शहर का खाना भी रास नहीं आया वे जंगल में फल, छाल और मांस खाते थे लेकिन शहर में प्रोसेस्ड फूड खाना पड़ रहा था जो उनकी बॉडी ने अडॉप्ट नहीं किया. अल्वारो सेरेजो ने लैंग का वीडियो शेयर किया है, जो वायरल हो रहा है. लोग रियल लाइफ टार्जन को याद कर भावुक हो रहे हैं.