चीन (China) में अकेले दिसंबर महीने में कोविड संक्रमण (covid infection) के 35 करोड़ के करीब मामले सामने आ चुके हैं। चीन के हालात को ध्यान में रखकर भारत और अमेरिका (India and America) सहित सात देशों ने चीन के खिलाफ यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं। इन प्रतिबंधों के तहत चीन से आने वाले यात्रियों को कोविड नेगेटिव होने का सबूत देना होगा। प्रतिबंध लगाने वाले देशों में जापान (Japan), दक्षिण कोरिया (South Korea), ताइवान (Taiwan), इटली (Italy) और मलयेशिया (Malaysia) शामिल हैं। वहीं, चीन में दवाओं तक की किल्लत है।
इटली पहुंचे दो चीनी विमानों में 100 संक्रमित
इटली अभी तक कोविड की वजह से हुई तबाही से पूरी तरह उबरा नहीं है। इस बीच बुधवार को चीन से दो फ्लाइट इटली पहुंची। इनमें सवार 212 लोगों में से 100 संक्रमित मिले हैं। इसके तुरंत बाद इटली की सरकार ने भी चीन से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच करने का फैसला किया है। इटली के वाकये को देखते हुए जर्मनी ने भी एयरपोर्ट पर स्वास्थ्यकर्मियों को चौकन्ने रहने को कहा है, हालांकि फिलहाल कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।
चीन में कोरोना के मामले बढ़ने से कच्चा तेल सस्ता
दुनिया के सबसे बड़े आयातक चीन में कोरोना के मामले बढ़ने की वजह से वैश्विक बाजार में बृहस्पतिवार को कच्चे तेल की कीमतों में नरमी देखने को मिली। मांग कम होने की आशंका से अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड एक फीसदी सस्ता होकर 82.47 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अमेरिकी मानक डब्ल्यूटीआई भी एक फीसदी टूटकर 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया।
रनवे पर नहीं, हाईवे पर उतरे वायुसेना के लड़ाकू विमान
भारतीय वायुसेना ने बृहस्पतिवार को आंध्र प्रदेश के बापटला में राष्ट्रीय राजमार्ग 16 पर निर्मित 4.1 किमी की आपात लैंडिंग सुविधा (ईएलएफ) का सफल परीक्षण किया। वायुसेना के लड़ाकू और परिवहन विमानों (एएन-32) ने ट्रायल रन अभ्यास में भाग लिया।
सुखोई लड़ाकू विमान और हल्के तेजस लड़ाकू विमानों ने परीक्षण में भाग लिया वायुसेना के लिए इस आपात लैंडिंग सुविधा का निर्माण एनएच-16 पर पिचिकालगुडिपाडु के पास में किया गया है। बापटला के पुलिस अधीक्षक वाकुल जिंदल ने बताया, पूरे इलाके में कड़ा सुरक्षा घेरा तैयार किया गया था। करीब 200 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। उन्होंने बताया कि विमान हाईवे से 100 मीटर की ऊंचाई से गुजरे।
जल्द भारत लौटेंगी अमेरिका में जान गंवाने वाले दंपती की बेटियां
एरिजोना की एक झील में डूबने से जान गंवाने वाले भारतीय अमेरिकी दंपती नारायण मुद्दाना और हरिता मुद्दाना की बेटियों को जल्द ही भारत लाया जाएगा। फिलहाल, 7 और 12 साल की बेटियां चाइल्ड सेफ्टी डिपार्टमेंट की अभिरक्षा में हैं।
दंपती की उनके पारिवारिक दोस्त गोकुल मेदिसेती के साथ झील में डूबने से मौत हो गई थी। तीनों बर्फीली झील पर फोटों खींचने के लिए गए, तभी अचानक बर्फ टूट गई। दोनों प्रभावित परिवारों की मदद के लिए करीब 1.5 लाख डॉलर से ज्यादा की राशि जुटाई जा चुकी है।