कोरोना संकट के बीच भी चीन और भारत के रिश्तों में तनाव जारी है. ऐसे में चीन द्वारा लगातार बनाए जा रहे दबाव में अब पीएम भी पीछे नहीं हटना चाहते. हाल ही में यानी बीते दिन मंगलवार को पीएम मोदी ने ट्रंप से फोन पर बातचीत की. इस वार्तालाप के समय ही डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से पीएम मोदी को जी-7 सम्मेलन में शामिल होने का न्योता भी दिया गया है. दरअसल राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद भारत को जी-7 में शामिल होने के लिए कहा है. इस दौरान फोन पर दोनों के बीच कोरोना महामारी, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में सुधार और जी-7 को लेकर कई तरह की बातचीत हुई. यहां तक कि जिस तरह से चीन और भारत के बीच तनाव चल रहा है, उसे लेकर भी इन दोनों नेताओं ने चर्चा की.
दरअसल देश के PM मोदी का कहना है कि कोरोना संकट से उबरने के बाद ऐसे मजबूत संगठन (जी-7) की आवश्यकता है. पीएम ने ये भी कहा है कि ऐसे सम्मेलनों की सफलता, के बाद अमेरिका और अन्य देशों के साथ काम करना बहुत ही खुशी की बात है.इसके साथ ही फोन पर मोदी ने जिस तरह से अमेरिका में प्रदर्शन और हिंसा जारी है, उसके लिए भी ट्रंप के सामने खेद जाहिर किया है, और जल्द ही हालात सामान्य होने की कामना भी की है. गौरतलब है कि इस संकट के बाद भी अमेरिका के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन किए जा रहे हैं.
चीन से बढ़े विवाद पर भी हुई चर्चा
फोन पर दोनों नेताओं के बीच चीन के साथ भारत के बढ़ रहे तनावों पर भी बातचीत हुई. इससे पहले भी ट्रंप ने एक ऑफिशियल ट्वीट कर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कराने की बात कह चुके हैं. लेकिन उस दौरान भारत और चीन दोनों ने ही ट्रंप की इस सलाह को ठुकरा दिया था.बता दें कि फोन पर पीएम मोदी से हो रही बातचीत के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उस महीने को भी याद किया जब वो फरवरी में भारत के दौरे पर आए थे. ट्रंप के इस जिक्र पर पीएम मोदी ने उनसे कहा कि ये यात्रा यादगार और ऐतिहासिक रही है. यहां तक कि इसने द्विपक्षीय संबंधों में एक नई गतिशीलता को भी जोड़ा है.