कोरोना के खिलाफ जंग अब पूरा देश एकजुट हो चुुका हैं। सभी की बस एक ही चाह है कि कोरोना वायरस को मात देकर हम सभी पहले जैसी जिंदगी जी सके। इसी को मद्देनजर रखते हुए अब कुछ रियायतों के साथ लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है। अब हम इसके अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके हैं। कोरोना के खिलाफ जंग के दौरान जब पूरा देश एकजुट होकर अपनी एकजुटता का परिचय दे रहा है, तो अभी पहाड़ की एक दादी ने कोरना के खिलाफ जंग में अपनी दरियादिली दिखाई है। कोरोना के खिलाफ जंग में उन्होंने वो काम किया है, जो यकीनन काबिल-ए-तारीफ है। उनके इस कदम की चौतरफा वाह-वाही हो रही है।
आपको बता दें कि जिदंगी के इस उम्र में जब उन्हें दूसरे के सहारे की दरकार है, काबिल-ए-तारीफ है कि जिंदगी के इस पड़ाव पर आकर उन्होंने दूसरे का सहारा बनने फैसला किया है। बता दें कि उत्तराखंड के अगस्तमुनि की 80 वर्षीय दर्शनी देवी ने पीएम केयर फंड में अपने पेंशन की राशि से 2 लाख रूपए की राशि दान कर दी। आपको यह जानकर पहाड़ की इस दादी के मुरीद हो जाएंगे कि उन्होंने पीएम केयर फंड में पेंशन की राशि जमा कराने के लिए अपने घरों से 10 किमो चलकर पैदल बैंक पहुंची और वहां पर पीएम केयर फंड में 2 लाख रूपए की राशि जमा की।
इस उम्र में उनके इस जज्बे को देख ईयू ने उनका माल्यापर्ण किया है। उनके पति कबूतर सिंह रौथाण वर्ष 1965 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हो गए थे। उनकी कोई संतान नहीं है। वे अकेले ही रहती हैं। जिंदगी के इस पड़ाव पर पहुंचने के बाद उनके इस कदम की चौतरफा तारीफ हो रही है। हर कोई उनके इस कदम कायल हो गया है। पीएम केयर फंड में 2 लाख की राशि जमा करने के बाद दर्शनी देवी ने कहा कि ऐसे वक्त में जब हर कोई केंद्र सरकार को धनराशि दान कर रहा है, तो मैंने भी अपने पेंशन में से कुछ राशि देने करने का फैसला किया। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने गत दिनों पीएम केयर फंड का गठन किया था और समस्त देशवासियों से कोरोना के खिलाफ जंग के दौरान धनराशि दान करने का ऐलान किया था।