कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) कांग्रेस (Congress) को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election) में जीत के साथ उन्होंने अगले साल होने वाले चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने नगालैंड और त्रिपुरा (Nagaland and Tripura) में चुनाव से संबंधित समितियों का गठन कर दिया है। वहीं, वह दूसरे प्रदेश नेताओं के साथ भी संपर्क में हैं।
एक चुनाव खत्म होने के फौरन बाद दूसरे चुनावों की तैयारी कांग्रेस में बदलाव का संकेत हैं। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। वह संगठन में नए लोगों को जिम्मेदारी सौंप रहे हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के नए प्रभारी इसका उदाहरण हैं। खड़गे ने सु्खजिंदर सिंह रंधावा को राजस्थान का प्रभारी नियुक्त किया है। राजस्थान कांग्रेस के लिए बेहद अहम है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच कलह किसी से छुपी नहीं है। वहीं, रंधावा ने पहली बार प्रभारी के तौर पर किसी चुनावी राज्य का प्रभार संभाला है।
छत्तीसगढ की प्रभारी कुमारी शैलजा केंद्र में मंत्री और संगठन में कई पदों पर रही हैं। पर किसी चुनावी प्रदेश के प्रभारी की जिम्मेदारी पहली बार संभाल रही हैं। मध्य प्रदेश के प्रभारी जे.पी. अग्रवाल को भी कुछ दिन पहले ही यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि उनसे पहले मुकुल वासनिक यह पद संभाल रहे थे।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष संगठन में नए लोगों को मौका दे रहे हैं। एआईसीसी महाधिवेशन के आसपास पार्टी अध्यक्ष अपनी टीम का गठन करेंगे। इसमें भी नए लोगों को मौका दिया जाएगा। ताकि, पार्टी में दूसरे नंबर की लीडरशिप तैयार की जा सके।
इसके साथ पार्टी अध्यक्ष प्रदेशों में भी संगठन को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं। कई प्रदेशों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। कई अन्य प्रदेशों में जल्द नए अध्यक्ष बनाए जाएंगे। पार्टी ने सभी प्रदेशों में राजनीतिक मामलों की समिति का गठन भी शुरू कर दिया है।