यूक्रेन पर रूस (Russia on Ukraine) ने एक बार फिर जोरदार हमला किया है। यूक्रेन की राजधानी कीव की कई प्रमुख सरकारी इमारतें ध्वस्त (buildings demolished) कर दी गयीं। यूक्रेन के कई शहरों की बिजली गुल (power failure) हो गयी है। इस बीच कीव के मेयर ने रूस के दस ईरानी ड्रोन मार गिराने का का दावा किया है।
यूक्रेन पर रूसी हमले के दसवें महीने में भी आक्रामकता में कोई कमी नहीं आई है। रूसी सेनाओं ने यूक्रेन के कई शहरों में एक साथ ईरानी ड्रोन से हमले किए हैं। ये शहर बर्बादी की हालत में पहुंचने से स्थितियां भयावह हो गयी हैं। कई शहरों की बिजली गुल हो गयी है। केवल ओडेसा शहर में 15 लाख लोगों के घरों की बिजली गुल है और लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हो रहे हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव में भी धमाकों की गूंज सुनी गयी है। कीव पर भी ईरानी ड्रोन से हमले किये गए हैं। इस कारण शहर की प्रमुख सरकारी इमारतें ध्वस्त हो गयी हैं।
यूक्रेनी खुफिया विभाग के उपप्रमुख जनरल वादिम स्कीबित्सकी ने बताया कि अब रूस हमले में यूक्रेन की ही मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है। यूक्रेन पर रूस उन मिसाइलों से हमला कर रहा है, जिन्हें यूक्रेन ने 1990 में सोवियत संघ से अलग होने पर रूस को सौंपा था। दरअसल, 1990 में सोवियत संघ से अलग होते समय यूक्रेन के पास परमाणु हथियारों का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा खजाना था। जनरल स्कीबित्सकी ने बताया कि 1970 के दशक में यूक्रेन में बनाई गईं केएच-55 सबसोनिक क्रूज मिसाइल का मलबा पिछले दिनों रूसी हमले के बाद ख्मेलनित्स्की इलाके में मिला। ये मिसाइलें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। उन्होंने बताया कि सिर्फ मिसाइल ही यूक्रेन में बनी हुई नहीं थी, बल्कि जिस टीयू-160 बमवर्षक से इसे गिराया गया, वह भी यूक्रेन में बना था।