कोरोना की विभीषिका से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र परेशान है। कोरोना महामारी के कारण अब एक और उपाय सुर्खियों में है। महाराष्ट्र में नासिक जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए बाजार में प्रवेश पर पांच रुपये का शुल्क लगा दिया है। यह शुल्क एक घंटे तक मान्य होगा। एक घंटे से अधिक बाजार में रहने पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। बाजार में ज्यादा भीड़ नहीं होने देने के मकसद से पांच रुपये का टिकट जारी किया गया है। बिना टिकट के बाजार जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। पुलिस आयुक्त दीपक पांडेय ने बताया कि नासिक में संक्रमण रोकने के लिए हम अलग तरह का कदम उठा रहे हैं। शहर को लॉकडाउन से बचाने के टिकट खरीदना जरूरी किया गया है। भीड़ को बचाना है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि बाजार को चारों तरफ से सील करके केवल एक जगह से खोला जाएगा ताकि आने-जाने वालों पर नजर रखी जा सके। बाजार के अंदर के लोगों को बाहर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। रेहड़ी-पटरी लगाने वालों और फल-सब्जी विक्रेताओं को पास जारी किया गया है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने लोगों कोरोना जांच कराने का आह्वन किया। उन्होंने कहा कि लोगों की लापरवाही से आईसीयू और ऑक्सीजन बेड तेजी से भर रहे हैं। मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि लॉकडाउन को अब बर्दाश्त नहीं कर सकता। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को दूसरे विकल्पों पर विचार करना चाहिए। महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में लॉकडाउन लगाने का फैसला रद्द कर दिया गया है। यहां लॉकडाउन 31 मार्च रात 12 बजे से लगने वाला था लेकिन जिला कलेक्टर सुनील चैहान ने फैसला रद्द करने का निर्णय लिया। औरंगाबाद उन 10 जिलों में शामिल है जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित बताया है।
गुजरात के प्रमुख शहरों अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में रात्रिकालीन कर्फ्यू को 15 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्र के दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा। गुजरात में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 12,041 है, ठीक हो चुके लोगों की संख्या 2,86,577 है और संक्रमण से अब तक 4500 लोगों की मौत हो चुकी है।