बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच जमकर बयानबाजी शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधने वाले कैलाश विजयवर्गीय के एक ट्वीट पर टीएमसी नेता नुसरत जहां ने कहा कि यह टिप्पणी प्रत्यक्ष तौर पर महिलाओं से नफरत करने वाली है. बीजेपी ने हर महिलाओं को अपमानित करने की सीमा लांघ दी है. बीजेपी नेता और पार्टी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने एक फोटो पोस्ट करते हुए लिखा ‘जो काम दीदी को 5 महीने बाद करना है. वो अभी से शुरू कर दिया!’ इस फोटो में ममता बनर्जी लोगों के बीच में सब्जी बनाती दिख रही हैं. टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने बीजेपी नेता पर हमला करते हुए कहा कि कैलाश विजयवर्गीय की यह टिप्पणी प्रत्यक्ष रूप से महिलाओं के प्रति नफरत दर्शाती है.
उन्होंने आगे लिखा, ‘बीजेपी खाना बनाने वाली हर एक महिला का अपमान करती है, जो परिवारों को भोजन मुहैया कराती हैं और महत्वाकांक्षी हैं. वर्तमान में ममता बनर्जी भारत में एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं. और एक बार फिर बीजेपी ने उन पर निशाना साधा और उन्हें गाली दी.’ टीएमसी नेता और राज्य में महिला कल्याण और बाल विकास मंत्री डॉक्टर शशि पांजा ने भी विजयवर्गीय पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘बीजेपी ने फिर से अपना असली रंग दिखा दिया है. वे भारत की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री के बारे में क्यों सोचती है. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि हमारी महिलाएं उनके शासन में सुरक्षित नहीं हैं! इससे पहले कि फिर से कोई गलतफहमी हो, आप अपने चायवाले को याद दिलाएं जो अब आपका बॉस है!’
कैलाश विजयवर्गीय के ट्वीट पर एक अन्य टीएमसी सांसद डॉक्टर काकोली जी दस्तीदार ने भी हमला बोला. उन्होंने ट्वीट किया, ‘यदि आप एक महिला हैं और आप सक्रिय राजनीति में शामिल होने की आकांक्षा रखती हैं तो याद रखिए कि हमारा देश बीजेपी की तरह महिलाओं के खिलाफ नफरत से ग्रसित है, जो महिलाओं को किचन में वापस भेजने की योजना बनाती है. कैलाश के परिवार में महिलाओं के सम्मान की कल्पना नहीं कर सकते!’ बहरहाल, तृणमूल कांग्रेस के 23 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर टीएमसी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि टीएमसी 23 साल की हो गई है. यह सफर पहली जनवरी 1998 को शुरू हुआ था. हमारा संघर्ष काफी लंबा रहा, लेकिन इस समय के दौरान हमने केवल लोगों के लिए प्रतिबद्ध होने के अपने उद्देश्य को प्राप्त करना जारी रखा है.