उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद अब पहाड़ों पर नदियों के बहाव में तेजी आ गयी हैं। अब बीती रात उत्तरकाशी में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार बादल फटने के बाद से मांडो गांव के चार लोग अभी तक लापता हैं। तेज बारिश से अचानक भागीरथी नदी के साथ साथ गाड़-गदेरे उफान पर आ गए हैं। बादल फटने से आस पास के गांव मांडो, निराकोट, पनवाड़ी और कंकराड़ी के आवासीय घरों में पानी घुस गया। इसके साथ ही उफान आने पर मलबे में तीन लोग फंस गये और घायल हो गये । एसडीआरएफ व आपदा प्रबंधन विभाग की टीम ने गणेश बहादुर के पुत्र काली बहादुर, रविन्द्र पुत्र गणेश बहादुर, रामबालक यादव पुत्र मकुर यादव को बचा कर अस्पताल पहुंचाया है। वहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया को वो तीनों अब खतरे से बाहर हैं।
9 मकानों में घुसा पानी
प्राप्त जानकारी के अनुसार मांडो गांव में नौ मकानों में पानी घुस गया है। इसी के साथ दो मकान पूरी तरह से गिर गये हैं। ग्रामीणों ने कहा है कि क्षेत्र में जो मलबा है, उसमें तीन लोग दबे हुए हैं। इस बारे में एसडीएम भटवाड़ी देवेंद्र नेगी ने कहा कि मांडो गांव में गदेरे के उफान के कारण दो मकान ढह गये हैं। मलबे में एक ही परिवार के तीन लोगों के दबे होने की आशंका है। सर्च ऑपरेशन जारी है।
सीएम ने दिए ये निर्देश
रविवार शाम उत्तरकाशी जनपद के ग्राम कंकराड़ी, मांडों में अतिवृष्टि/बादल फटने की दुःखद घटना हुई है। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस मौके पर पहुँच गयी है। डीएम को राहत और बचाव कार्य शीर्ष प्राथमिकता पर करने के निर्देश दिए हैं। ईश्वर से प्रभावितों की कुशलता की कामना करता हूँ।
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) July 18, 2021
जैसे ही इस घटना की सूचना सीएम पुष्कर सिंह धामी को मिली वैसे ही उन्होंने डीएम को राहत और बचाव कार्य शीर्ष प्राथमिकता पर कराने के निर्देश दिये हैं।
बता दें कि भारी बारिश के कारण राज्य में ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। इनमें गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर, नंदाकिनी, टोंस, सरयू, गोरी, काली, रामगंगा आदि शामिल है और ये सारी नदियां चेतावनी स्तर से थोड़ ही नीचे बह रही हैं। इसलिए हर जगह खतरा मंडरा रहा है।