दिल्ली में किसान आंदोलन को लेकर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आज एक ट्वीट किया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने लिखा है कि सरकारों का किसानों के अहंकारी नहीं होना चाहिए. उन्हें संवेदनशील होना चाहिए. मायावती ने दुख जताया कि कृषि कानून को रद्द करने के लिए किसान लंबे समय से आंदोलित हैं. बीएसपी की मांग है कि केंद्र सरकार चालू सत्र में ही कृषि कानूनों को रद्द करे.
मायावती ने ट्वीट किया है, “किसानों के प्रति सरकारों को अहंकारी ना होकर बल्कि संवेदनशील व हमदर्द होना चाहिए. किन्तु दुःख यह है कि तीन कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर काफी लंबे समय से किसान यहां आंदोलित है. अब ये जंतर-मंतर पर किसान संसद लगाए हैं. केन्द्र चालू सत्र में ही इनको रद्द करें. बीएसपी की यह मांग.”
बता दें कांग्रेस के सांसदों ने गुरुवार को तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए राहुल गांधी की अगुआई में संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में कांग्रेस के दोनों सदनों के कई सदस्यों ने हिस्सा लिया.
बता दें दिल्ली से लगे टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर तथा गाजीपुर बॉर्डर पर किसान पिछले साल नवंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दी जाए. हालांकि सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में हैं. सरकार और प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच कई दौर की वार्ता बेनतीजा रही है.