मध्यप्रदेश में उपचुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. दरअसल दिग्विजय सिंह की सरकार में मंत्री रह चुकीं और आदिवासी बहुल सीटों पर अच्छी पकड़ रखने वाली सुलोचना रावत शनिवार देर रात अपने बेटे विशाल रावत के साथ भाजपा में शामिल हो गई. सुलोचना रावत की आदिवासी मतदाताओं के बीच अच्छी पकड़ मानी जाती है. ऐसे में माना जा रहा है कि आदिवासी बहुल सीट जोबट से भाजपा सुलोचना रावत या फिर उनके बेटे विशाल रावत को उम्मीदवार बना सकती है.
दरअसल, जोबट विधानसभा सीट से 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कलावती भूरिया को टिकट दिया था, जिससे नाराज़ होकर सुलोचना के बेटे नव निर्दलीय फॉर्म भर दिया था और कांग्रेस ने सुलोचना को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. हालांकि बाद में उन्हें कांग्रेस में दोबारा शामिल कर लिया गया. कलावती भूरिया के निधन के बाद खाली जोबट सीट पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. ऐसे में माना जा रहा है कि सुलोचना को खुद की कांग्रेस की तरफ से टिकट मिलने की उम्मीद खत्म हो गई थी, इसलिए उन्होंने भाजपा का दामन थामा. संभावना इसी बात की है कि भाजपा उन्हें जोबट से उम्मीदवार बना सकती है. शनिवार रात मुख्यमंत्री निवास में पहले बैठक हुई, जिसके बाद सुलोचना और उनके बेटे ने भाजपा की सदस्यता ली. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मंत्री राज्यवर्धन दत्तीगांव भी मौजूद रहे.