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कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का 5वां दिन, राहुल गांधी का दावा- असम सरकार भारत में सबसे भ्रष्ट है

कांग्रेस की भारत जोड़ा न्याय यात्रा के पांचवें दिन राहुल गांधी नगालैंड से असम पहुंचे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 15 राज्यों के 110 जिलों से होकर गुजरेगी।

इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि भारत में ‘सबसे भ्रष्ट सरकार’ शायद असम में है। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के नगालैंड से असम में प्रवेश करने के तुरंत बाद, गांधी ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आलोचना की और कहा कि वे ‘‘नफरत फैला रहे हैं और जनता का पैसा लूट रहे हैं।’’

राहुल गांधी ने शिवसागर जिले के हालोवाटिंग में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत में सबसे भ्रष्ट सरकार शायद असम में है। हम ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान असम के मुद्दों को उठाएंगे।’’

मणिपुर के बारे में बात करते हुए गांधी ने कहा कि उस राज्य में गृह युद्ध जैसी स्थिति है। मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किए जाने के बाद पिछले साल तीन मई को पहली बार झड़पें हुई थीं। मणिपुर में मेइती लोगों की आबादी लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासियों-नगा और कुकी समुदाय की आबादी 40 प्रतिशत है जो पर्वतीय जिलों में रहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य बंटा हुआ है और प्रधानमंत्री वहां (मणिपुर) गए तक नहीं। नगालैंड में, नौ साल पहले एक समझौते (नगा राजनीतिक मुद्दे का समाधान करने के लिए) पर हस्ताक्षर किए गए थे और लोग अब पूछ रहे हैं कि इसका क्या हुआ।’’

भाजपा के इस बयान पर पलटवार करते हुए कि ऐसी यात्राओं से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा, गांधी ने कहा कि पिछले साल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने देश के ‘‘राजनीतिक विमर्श’’ को बदल दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और आरएसएस नफरत फैला रहे हैं और एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ लड़वा रहे हैं। उनका एकमात्र काम जनता का पैसा लूटना है।’’

कांग्रेस सांसद के नेतृत्व में 6,713 किलोमीटर की यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई थी और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। असम में यह यात्रा 25 जनवरी तक जारी रहेगी। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 15 राज्यों के 110 जिलों से होकर गुजरेगी।