मुजफ्फरनगर में सचिन के साथ (2013 दंगा) कवाल कांड में मारे गए गाैरव की मां सुरेश देवी ने भी खतौली उपचुनाव में निर्दलीय उतरने की घोषणा की है। सुरेश देवी का आरोप है कि भाजपा ने सचिन-गौरव के बलिदान को भुनाकर प्रदेश में दूसरी बार सरकार बनाई लेकिन उन्हें उसके बदले सिर्फ आश्वासन मिले।गौरव की मां सुरेश देवी ने खतौली विधानसभा सीट पर घोषित हुए उप चुनाव में उतरने का फैसला लिया है। शुक्रवार काे उन्होंने नामांकन पत्र प्राप्त कर लिया।
कहा कि उन्होंने मन बना लिया है कि वह अब स्वयं जनता के बीच जाएंगी। इसलिए उन्होंने खतौली सीट पर उपचुनाव लड़ने के लिए नामांकन खरीद लिया है। बताया कि वह र्निदलीय ही चुनाव लड़ेंगी। गौरव के पिता रविन्द्र पटावारी ने जिले के भाजपा नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आश्वसनों के बावजूद उन्हें कुछ नहीं मिला। यहां तक की उनके गांव की सड़क का एक टुकड़ा भी नहीं बना।
विक्रम सैनी की सदस्यता रद्द होने से रिक्त हुई खतौली सीट पर उपचुनाव बिगुल बज चुका है। शुक्रवार को 2013 दंगे से पहले मारे गए सचिन और गौरव के परिजनों ने भी चुनाव में कूदने की घोषणा कर दी। मलिकपुरा निवासी गौरव की मां सुरेश देवी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र खरीद लिया। गौरव के पिता और सुरेश देवी के पति रविन्द्र पटवारी ने भाजपा के स्थानीय नेताओं पर खुलकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि 2013 में हत्या उनके बच्चों की हुई लेकिन उसका लाभ भाजपा ने उठाया। तत्कालीन भाजपा नेताओं ने उन्हें काफी आश्वस्त किया लेकिन दिया कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि इस निराशा में ही उन्होंने जनता के बीच जाने का निर्णय लिया। कहा कि चुनाव दर चुनाव सचिन और गौरव के नाम को सियासी रूप से भुनाया गया। लेकिन उनके नाम पर एक ईंट तक नहीं लगाई गई। वे भी इतने मजबूर हैं कि उन्हें अपनी बेटी के घर में रहना पड़ रहा है। उन पर मुकदमे हुए, आर्थिक रूप से कमजोर हुए लेकिन किसी स्थानीय भाजपा नेता ने उनकी कोई मदद नहीं की। गौरव के पिता ने कहा कि भाजपाई दूसरे नेताओं की कोली भरते हैं। सवाल दागा कि उनसे क्या दुश्मनी है।
गौरव के पिता रविन्द्र पटवारी ने कहा कि जो दंगे हुए हैं उनका सभी को पता है किसने कराए। कहा कि विक्रम सैनी को हीरो बनाने का प्रयास किया जा रहा है सबको पता है कि विक्रम ने क्या किया था। कवाल में 2 दिन बाद दंगा कराकर इन लोगों ने निर्दोष जनता मरवा दी। दंगे में मारे गए गौरव के पिता रविंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने उस समय भी मीडिया में बताया था कि निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं। उनका कोई दोष नहीं था। जो यह नेता है ये तो सब एक हो गए और जनता ख्वामख्वाह मर गई। उन्होंने कहा कि आजम खान को गाली दे देकर यह लोग नेता बन गए। अमीर आलम जो दंगे का मुख्य दोषी था उसकी कोली भरते फिरते हैं मेरे पास सब फोटो हैं। इनके आज चुनाव आया तो आज फिर दंगे का जिक्र शुरू कर दिया। उन्होंने भाजपा को बिना नाम लिए कहा कि मैं नेताओं और पार्टी को कहना चाहता हूं कि आज तक इन्होंने मलिकपुरा में एक ईंट भी लगाई हो हर वर्ष आते हैं, और फोटो खिंचवा कर चले जाते हैं। जब तो प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष भी वायदे करते थे तो अब क्यों भूल गए होंगे क्योंकि इन्होंने दंगा भुना लिया और हमारी अब इनको जरूरत नहीं रही अबकी बार हम इन्हें दंगा नहीं भुनाने देंगे।