पाकिस्तान (Pakistan) के व्यापारिक केंद्र कहे जाने वाले शहर कराची (Karachi) में सड़क पर होने वाले अपराध (Crime) की एक और घटना सामने आई है। यहां गुस्साई भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में एक मोबाइल कंपनी (mobile company) के दो कर्मचारियों (employees) की पीट-पीटकर हत्या (killing) कर दी। यह घटना शुक्रवार दोपहर को माचर कॉलोनी में हुई।
केमारी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) फिदा हुसैन जनवारी के अनुसार, घटना कराची के माचर कॉलोनी में शुक्रवार दोपहर की है। जाहिर है, मृतक कम आय वाले क्षेत्र में सिग्नल के लिए एक एंटीना की जांच करने के लिए वहां दौरे पर गए थे।पुलिस ने कहा कि मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, शक है कि इन्होंने ही कथित तौर पर भीड़ को उकसाया था। जनवारी ने कहा कि हमने आठ अन्य लोगों की पहचान की है। पड़ोस में लगे सीसीटीवी कैमरों को भी स्कैन करेंगे और अन्य संदिग्धों को पकड़ने के लिए गवाहों से पूछताछ करेंगे।
घटना के बारे में उन्होंने कहा कि जैसे ही एक सेल्युलर कंपनी के दो कर्मचारियों को उनके वाहन में बैठे वहां के लोगों ने देखा, तो कुछ लोग चिल्लाने लगे। ये लोग उन दोनों कर्मचारियों के संबंध में अफवाह फैला रहे थे कि वह दोनों अपहरणकर्ता हैं जो बच्चों का अपहरण करने के इरादे से आए थे।
जनवारी ने कहा कि हाल के दिनों में यहां बच्चों के लापता होने की घटनाओं के बाद से ही स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, भीड़ में लगभग 500 लोग शामिल थे। पुलिस विभाग में सर्जन डॉ. सुमैया सैयद ने कहा कि दोनों कर्मचारियों की अस्पताल लाए जाने से पहले मौत हो गई थी। क्योंकि दोनों को काफी गंभीर चोटें आई थीं और उनकी खोपड़ी में भी कई फ्रैक्चर थे। पूरे शरीर पर अलग-अलग आकार और गंभीरता के कई घाव थे।
सैयद ने कहा कि मोबाइल कंपनी के दोनों कर्मचारियों का पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है और उनके चेहरे और शरीर पर चोट के निशान थे। हाल के दिनों में कराची में सड़क पर अपराध यानि लिंचिंग जैसी घटनाएं बड़े पैमाने पर हुई हैं। अधिकारियों ने इस पर लगाम लगाने की कोशिश की है, पर इसमें कोई खास सफलता नहीं मिली है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल फरवरी में पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने इसे रोकने के लिए शहर के पुलिस स्टेशन में अर्धसैनिक रेंजरों को तैनात करने का सुझाव दिया था। जबकि सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने पुलिस अधिकारियों को सख्त गश्त करने का निर्देश दिया था। इस साल मार्च में शाह ने कहा था कि कराची में सड़कों पर घूमने वाले कम से कम 7,500 अपराधी विभिन्न अपराधों में शामिल थे।