देश में आज से अनलॉक-5 (Unlock-5 Guidelines) की शुरुआत हो गई है। इस बार सिनेमाघरों को भी 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की इजाजत मिल गई है। हालांकि, केरल और पंजाब में कोरोना के बढ़ते नए केसों ने टेंशन दे दी है। विशेषज्ञ इसे इस जानलेवा वायरस की दूसरी वेव (Second Wave of Covid) का खतरा बता रहे हैं और अंदेशा जता रहे हैं कि इससे आने वाले त्योहारी सीजन में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
दिल्ली में जून में आया था पहला पीक राजधानी दिल्ली, केरल में कोविड-19 के नए केसों की तादाद बढ़ी है। दिल्ली में कोरोना का पहला पीक जून में देखने को मिला था जब हर रोज औसतन नए केस 3,000 के करीब मिल रहे थे। जुलाई के शुरुआत और आखिर में रोजाना केसों की तादाद घटनी शुरू हो गई थी और इस दौरान राजधानी में हर रोज करीब 1,000 के आसपास नए केस मिल रहे थे। अगस्त-सितंबर में दूसरी वेव? हालांकि, अगस्त के मध्य से दिल्ली में रोजाना कोरोना केसों की संख्या धीरे-धीरे फिर से बढ़ने लगी और 9 सितंबर को राजधानी में 4,039 नए केस सामने आए थे। राज्य सरकार के डेटा के अनुसार, दिल्ली में कोरोना केसों की तादाद बढ़कर 2.5 लाख को पार कर चुकी है। बुधवार को दिल्ली में 3,827 नए केस मिले थे। नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा, ‘हम दिल्ली, पंजाब और केरल में दूसरी पीक देख रहे हैं।’
केरल भी देने लगा है टेंशन इसी तरह केरल में भी कोरोना के नए मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। सितंबर के पहले सप्ताह में नए मामलों में कमी दर्ज की गई थी। हालांकि 16-22 सितंबर के दौरान यहां भी मामले बढ़ने लगे और 23-29 सितंबर वाले हफ्ते में राज्य में 5,898 नए मामले सामने आए। इन 4 राज्यों से गुड न्यूज अच्छी बात ये है कि अभी तक कोरोना के खौफ से गुजर रहे बड़े राज्यों महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। इसके अलावा कुछ अन्य राज्यों में कोरोना के मामलों में कमी देखी जा रही है।
जानिए क्या है माजरा पंजाब के 5 शहर से सबसे ज्यादा मामले पंजाब में मंगलवार तक कोविड-19 के 16,824 ऐक्टिव केस दर्ज किए हैं। राज्य के 5 शहरों लुधियाना, जालंधर, मोहाली, अमृतसर और पटियाला से सबसे ज्यादा नए केस दर्ज किए गए हैं। राज्य में कोरोना से मरने वालों की तदाद बढ़कर 3,359 हो गई है। मंगलवार को राज्य में 1,100 नए केस सामने आए थे। इसके साथ ही पंजाब में कोरोना मरीजों की तादाद बढ़कर 1,12,460 हो गई है। अगले कुछ महीने काफी अहम स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो अगले कुछ महीने काफी अहम होने वाले हैं। वी के पॉल ने कहा, ‘हमने शुरू में ही लॉकडाउन कर दिया था। उस समय ऐसी आशंका थी कि कोरोना का पीक जून में आ सकता है। लेकिन जाड़े का मौसम सांस से जुड़ी बीमारियों बढ़ती हैं। इसलिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है और कोरोना के नए कोसों को कम करने की कोशिश करनी होगी।’ आ रहे हैं बड़े त्योहार, मास्क को न करें नजरअंदाज पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (PHFI) के अध्यक्ष के श्रीनाथ रेड्डी ने जोर देकर आग्रह किया कि दुर्गा पूजा, छठ, दिवाली जैसे त्योहारो में लोग मास्क जरूर पहने। उन्होंने कहा, ‘त्योहारों का सीजन आने वाला है। ऐसे में हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है और अपनी खुशियों को ऐहतियात के साथ मनाना होगा। इनडोर या आउटडोर में ज्यादा भीड़भाड़ से इस जानलेवा वायरस को ज्यादा लोगों को कम समय में संक्रमित करने का मौका मिलेगा और ऐसे आयोजन सुपर स्प्रेडर इवेंट हो सकते हैं। रेड्डी ने कहा कि हमें मास्क जरूर पहनना चाहिए और भीड़ से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को इस साल को धैर्य और शांति के साथ गुजरने देना चाहिए। इसका इनाम हमें ये मिलेगा कि अगले साल तक हमें इस जानलेवा वायरस पर जीत मिल सकती है।