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एकतरफा प्यार नहीं बल्कि पिटाई और पैर छुआने के अपमान के लिए छात्र ने की थी वंशिका की हत्या, आरोपी पहुंचा जेल

उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजधानी देहरादून (Dehradun) के डांडा लखौंड में स्थित सिद्धार्थ कॉलेज के बाहर एक छात्रा की हत्या के  मामले में पुलिस ने ब़ड़ा खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने छात्रा की हत्या एकतरफा प्यार में नहीं बल्कि अपमान का बदला लेने के लिए किया था. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने वरिष्ठ छात्रों के बीच हुए अपमान का बदला लेने के लिए वंशिका को गोली मारकर हत्या की है. आरोपी का छात्रा से कई दिनों से विवाद चल रहा था और छात्रा ने अपने परिचित एक सीनियर छात्र को बुलाकर उसकी पिटाई करवा दी और इस दौरान सीनियर ने उसे वंशिका के पैर छूने को कहा था. जिसके बाद उसने अपमान का बदला लेने के लिए हत्या को अंजाम दिया.

इस मामले का खुलासा करते हुए डीआईजी जन्मेजय खंडूरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपी आदित्य तोमर उत्तर प्रदेश के शामली जिले का रहने वाला है. जबकि मृतका वंशिका हरिद्वार के कनखल की रहने वाली थी. सिद्धार्थ लॉ कॉलेज डी फार्मा फर्स्ट ईयर्स की पढ़ाई चल रही थी और आरोपी और वंशिका एक दूसरे से परिचित थे. एक महीने पहले वंशिका ने सोशल मीडिया पर अपनी एक फोटो डाली थी और आरोप है कि आदित्य ने उन पर ऐसी टिप्पणी की कि वंशिका ने आपत्ति जताई थी. जिसके बाद दोनों के बीच विवाद हो गया. इस मामले में सीनियर छात्रों ने टिप्पणी की शिकायत स्कूल प्रबंधन से की और स्कूल प्रबंधन ने इस बात की जानकारी मृतका वंशिका परिजनों को दी और इसके बाद कॉलेज बंद कर दिया गया.

वंशिका ने अपने पैर छूने के लिए किया मजबूर

वहीं गुरुवार को दोबारा कॉलेज खुलने पर शाम को उसका सामना वंशिका से हुआ और दोनों के बीच विवाद भी हुआ. इसके बाद वंशिका ने अपने परिचित वरिष्ठ छात्रों को बुलाया और आरोप है कि इस दौरान उसने आदित्य को डराया और उसे पीटते हुए वंशिका के पैर छुआए गए. इसे आरोपी ने अपना अपमान समझा और वह घर गया और एक पिस्तौल लेकर आया. तभी वंशिका स्कूल के पास कैफे से कुछ सामान ले आई थी और उसने अपने साथियों को बुलाने की धमकी आरोपी आदित्य को दी थी. इसके बाद जब वंशिका के दोस्त वहां नहीं पहुंचे तो उसने वंशिका की गोली मारकर हत्या कर दी.

हरिद्वार में किया गया वंशिका अंतिम संस्कार

फिलहाल वंशिका का पोस्टमार्टम करने के बाद उसकी लाश को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. जिसे वह अपने साथ लेकर हरिद्वार लेकर गए और वहां उन्होंने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है. जबकि आरोपी को जेल भेज दिया गया है.