उत्तराखंड(uttrakhand) में बेमौसम बारिश ने तबाही मचा रखी है. 3 दिनों से लगातार बाढ़- बारिश होने से वहां के हालात बद से बदतर हो गए हैं. कई इलाकों में लैंडस्लाइड(landslide) की घटनाएं भी सामने आ रही हैं. वहीं बाढ़-बारिश की वजह से अब तक 40 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इसमें सबसे ज्यादा 25 मौतें नैनीताल(nainital) में हुई हैं.
भारी बारिश होने के कारण वहां की सड़के तालाब में तब्दील हो गई हैं. जगह-जगह सड़कों पर पानी भर गया है. कई इलाकों में नदी के बहाव के कारण पुल तहस-नहस हो गए हैं. इस वजह से स्थानीय लोग और पर्यटक फंसे हुए हैं. लोगों को आने जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को निकालने के लिए एयरफोर्स को लगाया गया है. राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(pushkar singh dhami) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(narendra modi) से बात की और स्थिति का जायजा लिया.
भारी बारिश और लैंडस्लाइड(landslide) के चलते नैनीताल(nainital) तक जाने वाली तीन सड़कों पर आवाजाही पूरी तरह थम गई है, इस वजह से इस पर्यटक स्थल का राज्य के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(pushkar singh dhami) ने देहरादून(dehradoon) में कहा कि बादल फटने और लैंडस्लाइड(landslide) के बाद कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. धामी ने आश्वस्त किया कि सेना के तीन हेलीकॉप्टर राज्य में चल रहे राहत एवं बचाव अभियानों में मदद करने के लिए जल्द पहुंचेंगे. इनमें से दो हेलीकॉप्टरों को नैनीताल(nainital) भेजा जाएगा, जहां भारी बारिश से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है.
बता दें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. सीएम ने उधमसिंह नगर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करने के बाद कहा, ‘राज्य में आई आपदा में 40 लोगों की मौत हुई है. मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और जिनके घर टूटे हैं उन्हें 1 लाख 9 हजार रुपये दिए जाएंगे. जिन्हें पशु हानि हुई है उनकी भी सहायता की जाएगी.’इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बाजपुर, रामनगर, किच्छा और सितारगंज में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ का
जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत(dhan singh rawat) और राज्य के DGP अशोक कुमार(ashok kumar) भी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री ने सभी जिला मजिस्ट्रेटों से किसानों को हुए नुकसान का आंकलन करने और जल्द से जल्द उन्हें एक रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है. उन्होंने लोगों से न घबराने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने चारधाम यात्रियों से फिर अपील की कि वे जहां हैं, वहीं रुक जाएं और
मौसम में सुधार होने से पहले अपनी यात्रा शुरू न करें. उन्होंने चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के जिला मजिस्ट्रेट से चारधाम यात्रा मार्ग पर फंसे हुए तीर्थयात्रियों की खासतौर से देखभाल करने का निर्देश दिया.