उत्तराखंड पुलिस के एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड (ATS ) विंग में पहली बार महिला कमांडो दस्ते को शामिल करने की अधिकारिक घोषणा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को की. जिसके बाद इन महिला कमांडो दस्ते को हरिद्वार महाकुम्भ में पहली तैनाती मिलेगी जो महाकुम्भ में सुरक्षा देंगी. इस दौरान सबसे पहले 22 सदस्यों की ATS महिला कमांडो टीम ने अपने प्रथम चरण फेस के ट्रेनिंग का डेमो पेश किया.
आतंकवादी गतिविधियों को किस तरह से नाकाम किया जाता है इसका पूरा प्रदर्शन महिला कमांडो दल के सदस्यों ने अत्याधुनिक हथियारों और हैरतअंगेज कारनामों से किया. राष्ट्र विरोधी घटनाओं के साथ-साथ वीआईपी जनप्रतिनिधियों पर हमले जैसे घटनाओं के दौरान भी कैसे ATS महिला कमांडो सशक्त दल कार्रवाई को अंजाम दे सकता है इसका नजारा भी महिला कमांडो ने सबके सामने पेश किया.
अत्याधुनिक हथियारों का करेंगी इस्तेमाल
22 महिलाओं का कमांडो दस्ता पूरी ट्रेनिंग के बाद ATS यानि की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड का हिस्सा बन गई है. अभी तक पुलिस में इन महिलाओं ने 3 नॉट 3, एसएलआर, इंसास रायफल्स और कार्बाइन राइफल का ही उपयोग किया था, लेकिन अब ये कमांडो X-95, Akm5,कॉर्नर शॉट गन, M 5 गन, ग्लोक 9mm, पिस्टल-9mm, Lmg ,टियर स्मोक गन-stf, 51-मोर्टार जैसे हथियारों को आराम से हेंडल कर दुशमन के छक्के छुडा सकती हैं.
महिला कमांडो दल प्रेरणादायक, इसका होगा विस्तार: सीएम
उत्तराखंड महिला कमांडो दस्ते को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह महिला सशक्तिकरण का उत्तराखंड में सबसे बड़ा उदाहरण है. सीएम ने कहा कि पहली बार एटीएस में महिला कमांडो को शामिल कर जिस तरह की शानदार चुनौतीपूर्ण ट्रेनिंग दी गई है यह वाकई महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रेरणादायक है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि महिला कमांडो दस्ते को आगे भी और बड़े रूप में विस्तार दिया जाएगा. दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड राज्य में एटीएस जैसी सुरक्षा विंग में महिला कमांडो दस्ते का गठन सुरक्षा को और पुख़्ता करेगा.